रविवार, 26 फ़रवरी 2023

समीक्षा करना (Reviewing)

समीक्षा लेखन के तहत किसी विषय, वस्तु, सेवा अथवा उत्पाद के बारे में विस्तार से अपने विचार व राय दी जाती है ताकि इससे उसके गुणों, दोषों, फायदों, नुकसानों आदि का विश्लेषण किया जा सके। समीक्षा में अक्सर विभिन्न पहलुओं पर सविस्तार लिखा जाता हैं, जिनके आधार पर विषय का मूल्यांकन किया जाता है।

समीक्षा विभिन्न क्षेत्रों में की जाती  है, जैसे कि  - 

अभ्यास प्रश्न 

क) भारतीय रेल द्वारा अपनी पहली रेल यात्रा की समीक्षा करते हुए विद्यालय की पत्रिका में छपवाने के लिए एक चिट्ठा (ब्लॉग) लिखिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दुओं का प्रयोग कर सकते हैं। 
  1. ट्रेन का नाम और गंतव्य स्थान (destination) का परिचय 
  2. यात्रा में मिलने वाली सुविधाओं अथवा असुविधाओं का वर्णन 
  3. इस ट्रेन में यात्रा के लिए अन्य लोगों को अनुसंशा   
आपका लेख लगभग 200 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे।  

उत्तर - वंदे भारत ट्रेन से मेरी पहली रेल यात्रा 
वंदे भारत एक ऐसी ट्रेन है जो भारत के सबसे तेज ट्रेनों में से एक है। मैंने इस ट्रेन के माध्यम से मुंबई सेंट्रल से गांधी नगर तक की पहली रेल यात्रा की है और इस यात्रा का मुझे बहुत अच्छा अनुभव मिला।


यह ट्रेन सुविधाओं के मामले में बहुत अच्छी है। ट्रेन में बैठने के लिए बहुत कम समय लगता है और आरामदायक सीटों की सुविधा और आंतरिक साज-सज्जा बहुत अच्छी है। विभिन्न सुविधाएं जैसे कि खान-पान, वाई-फाई, वातानुकूलन (ए.सी.), डिजिटल स्क्रीन, सेवा के लिए परचायिकाएँ आदि भी उपलब्ध हैं। ट्रेन की खान-पान सेवा तो बहुत अच्छी है और उसमें लोगों की अभिरुचि के हिसाब से सामिष/निरामिष/जैन आदि भोजन के विकल्प  भी शामिल हैं। समय समय पर चाय-कॉफी, अल्पाहार (breakfast), दोपहर और रात्रि का भोजन आपकी सीट पर उपलब्ध हो जाता है। 

ट्रेन की यात्रा में सबसे अच्छी बात यह है कि इससे दूरी कम समय में कटती है और यात्रा का अनुभव भी अत्यंत सुखद (pleasant) होता है। मैंने मुंबई से गांधी नगर का सफर मात्र सिर्फ ७ घंटे में तय किया था। 

सम्पूर्ण रूप से, वंदे भारत एक अच्छी ट्रेन है जो अच्छी सुविधाओं से संपन्न और कम समय में लंबी दूरी वाले गंतव्यों तक पहुँचने का उपयुक्त आरामदायक (comfortable) पर्याय बन सकेगी। आप सभी को इसे जल्द ही  आजमाने की अनुसंशा करना चाहूँगा। 

रेटिंग के हिसाब से मैं इसे पाँच में से पाँच सितारे देना चाहूँगा। 
रेटिंग : ⭐⭐⭐⭐⭐

व्यवसाय / प्रकल्प (Project) की समीक्षा 
 
प्रश्न 1) हाल ही में आपके मित्र/सहेली ने एक नया व्यवसाय / प्रकल्प शुरू किया है। उसके व्यवसाय की समीक्षा करते हुए उसे ई-मेल लिखिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दुओं का प्रयोग कर सकते हैं
  1. व्यवसाय का नाम और आधुनिक युग में उसकी उपयोगिता  
  2. उसके भविष्य के लिए एक सही करियर का चुनाव बन सकेगा  
  3. व्यवसाय विस्तार में आप उसकी कैसे मदद करेंगे?   
आपका लेख लगभग 200 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे।  
                                                                                                         सौजन्य:फ्री स्किल्स इंडिया डॉट कॉम 

उत्तर - 

प्रेषक -  mani121@zmail.com
प्रति - myfriend@indicoach.com 

विषय - मोबाइल उद्योग की समीक्षा का ई-मेल

प्रिय मित्र/सहेली मनीष/मनीषा,

कल के ई-मेल में आपके नए व्यवसाय के बारे में जानकार बड़ी प्रसन्नता हुई। 

मैंने आपके इस मोबाइल व्यवसाय के बारे में अधिक जानने का प्रयास किया और मुझे आपके इस प्रयास और उत्साह से बहुत खुशी हुई। मुझे लगता है कि यह व्यवसाय आज के समय में बहुत ही लाभदायक हो सकता है, क्योंकि इसकी माँग लगातार बढ़ती जा रही है। 

आपके व्यवसाय में सफलता पाने के लिए, आपको अपने ग्राहकों के अनुसार बढ़ती माँग के नए उत्पादों (products) को अपनाने के लिए तैयार होना होगा। आपके व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए, आपको उचित स्थान का चयन करना होगा। जहाँ आप अधिक ग्राहकों को अपने उत्पादों की ओर आकर्षित (attract) कर सकोगे। आप अपनी विज्ञापन रणनीति में थोड़ा बदलाव कर उसे ऑनलाइन ले जा सकते हो ताकि तुम्हारे व्यावसायिक विकास अधिक प्रभावी हो सके और लोग इसके के बारे में अधिक जान सकें। 

आपके मोबाइल व्यवसाय के लिए मैं सफलता की शुभकामनाएं (best wishes) देता/ती हूँ। इसी तरह आगे भी मैं आपकी उन्नति और सफलता की कामना के साथ सदैव संपर्क में रहूंगा/गी। 
धन्यवाद, 
तुम्हारा/री मित्र/ सहेली 
मनीष/मनीषा


गृहकार्य (HW) : हॉटेल / रेस्तराँ (Restaurant) की समीक्षा 

हाल ही आपके घर के पास में एक नया हॉटेल / रेस्तरां (Restaurant) खुला है। अपने किसी मित्र/सहेली को इस  रेस्तरां की समीक्षा करते हुए एक ई-मेल/पत्र  लिखकर बताइये कि रेस्तरां के बारे में आपकी क्या राय है? 

आपके ई-मेल में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए।

  1. रेस्तरां का विवरण (आंतरिक और बाहरी सज्जा), सेवाएँ (बैठने का स्थान, माहौल, पार्किंग आदि।) 
  2. आपने अपने खाने में क्या मंगवाया?
  3. रेस्तरां के बारे में आपके व्यक्तिगत विचार और अनुसंशा

आपका ई-मेल लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे। 



डाउनलोड करने योग्य सामग्री : 

  • पीपीटी (Presentation)
  • नोट्स (Handouts)
  • कार्य पत्रक (Worksheet)  

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2023

यात्रा वृत्तांत (Travelogue) : घुमक्कड़ी का आनंद

यात्रा-वृत्तांत का शाब्दिक अर्थ है - 'एक स्थान से दूसरे स्थान तक के सफर की कहानी।'  यात्रा करने वाला व्यक्ति जब अपनी यात्रा से जुड़े अनुभवों को बोलकर अथवा लिखकर दूसरों को बताता है तो उसे 'यात्रा-वृत्तांत' के नाम से जाना जाता है। इसे ही 'सफ़र नामा' अथवा 'घुमक्कड़ी की कहानियाँ' भी कहते हैं। आपने भी अब तक तमाम यात्राएँ की होंगी। लिखा है कोई अपना यात्रा-वृत्तांत? आज जरूर लिखना।        

दुनिया का शायद ही कोई प्राणी होगा जिसे घूमना (सैर करना) पसंद ना हो। आदि मानव हिन नहीं बड़े-बड़े ऋषि-मुनि भी अपनी ज्ञान-पिपाशा (जानने की इच्छा) शांत करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक अपनी यात्रा करते रहे हैं। यों कहें कि आज तक हमने जो भी विकास किया है, वो हमारी घुमक्कड़ी, जिज्ञासा (जानने की इच्छा) और दूरदर्शिता का ही परिणाम है। दुनिया भर के महान ज्ञानियों में अधिकतम खोजी और घुमक्कड़ रहे हैं।    
उर्दू के मशहूर शायर 'मीर' साहब ने खूब लिखा है कि - 
"सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ ?
                     ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ ?"          
बॉलीवुड (सिनेमा जगत) का एक मशहूर गीत मुझे याद आ रहा है, "अराउंड द वर्ल्ड इन एट डॉलर्स।"
                                                                                                          सौजन्य : यू-ट्यूब 
            अभ्यास कार्य 1 -
प्रश्न - हाल ही में आपके द्वारा की गई किसी पर्वतीय स्थल की यात्रा का वृत्तांत लिखिए। आपके लेखन में निम्नलिखित बिंदुओं को अवश्य शामिल करें। आपका लेखन कार्य लगभग 120 शब्दों से कम न हो। 
  • यात्रा का स्थान और जाने की तैयारियाँ
  • प्राकृतिक सौंदर्य और आकर्षण 
  • वहाँ के दर्शनीय स्थल और बाजार   
आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
     उत्तर - 
    ऊटी की यात्रा 

    मेरा मन और मैं दोनों ही बड़े घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के हैं, चाहकर भी एक स्थान पर अधिक देर टिक नहीं पाते हैं। चंचलता की खुमारी तो जैसे सदा रगों में दौड़ती ही रहती है। इसी क्रम में मैं सर्दियों की छुट्टियों में चल पड़ा था पहाड़ों की सैर पर...।  
                                                                                                                                     सौजन्य: गूगल इमेज

           मैं पहुँच गया 'उदगमंडलम्' अर्थात् 'ऊटी', नीलगिरि की पहाड़ियों में बसा एक सुरम्य 'हिल स्टेशन'। यकीन मानिए यहाँ की हरियाली (greenery) और खुशनुमा मौसम (pleasant weather) से भरे इस 'रिजॉर्ट टाउन' को 'पहाड़ों की रानी' (Queen of hill station) कहा जाय तो अतिशयोक्ति (hyperbole) न होगा। आश्चर्यजनक दृश्य, बड़े-बड़े चाय के बागानों और शांत झीलों से लेकर कल-कल करते झरने तथा बगीचों में घूमने का आनंद लेने के लिए बहुत कुछ है। आप भी अगर इस खूबसूरत पर्वतीय स्थल में कुछ दिन बिताना चाहते हैं, तो आपके लिए यह लेख उपयोगी हो सकेगा। 

             आइये आपको भी ले चलता हूँ मैं अपने साथ 'ऊटी' की मानसिक यात्रा पर। मैं एक मुंबईकर हूँ और यहाँ से 'ऊटी' की दूरी लगभग 1200 कि.मी. की है। यह दक्षिणी भारत का एक प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल है। यह तमिलनाडु के नीलगिरी जिले मैं स्थित एक मनोरम हिल स्टेशन है। नीलगिरी पर्वत शृंखलाएँ इसे चहुँओर (all around) से घेरे हुई हैं। दरअसल इन पहाड़ों में कुरुंजी (flower name) नामक नीले रंग के फूलों के खिलने से ही इसका नाम नीलगिरी (ब्लू माउंटेन) पड़ा है। हालाँकि ये फूल बारह वर्षों में केवल एक बार खिलते हैं। जब भी खिलते हैं, तब पूरी घाटी नीली हो जाती है। 

              यहाँ पहुँचने के लिए सड़क मार्ग तथा रेल मार्ग का साधन मौजूद हैं। लोग निकटतम (nearest) हवाई अड्डा कोयंबटूर से आसानी से पहुँच सकते हैं। देश विदेश के लगभग सभी प्रमुख हवाई अड्डों से सीधी उड़ान ले सकते हैं। वैसे बस द्वारा सड़क मार्ग से पहुँचने का आनंद ही कुछ और है। यहाँ का मौसम वर्ष भर खुशनुमा (pleasant) रहता है। जबकि ठंड में दक्षिण भारत के अन्य भागों की तुलना में यहाँ का मौसम कुछ ज्यादा ही ठंडा होता है।

    अभ्यास कार्य 2 -

    माथेरान की यात्रा 





                                                                                    सौजन्य: गूगल इमेज

    डाउनलोड करने योग्य सामग्री (DOWNLOADABLES) हेतु नीचे क्लिक करें -

    • पी.पी.टी. प्रेजेंटेशन
    • नोट्स Handouts
    • Worksheets
    अन्य अध्ययन सामग्री - 
    1. मेरे यात्रा वृत्तांत
    2. हिंदी यात्रा-वृत्तांत की सूची
    3. यात्रा वृतांत : परिचय, तत्व, अर्थ, स्वरूप और विशेषताएँ
    4. हिन्दी साहित्य में प्रमुख यात्रा वृत्तांत व उनके यात्रा वृत्तांतकार 
    5. मेरे मजेदार और सजीव और सच्चे यात्रा वृत्तांत
    6. यात्रा वृतांत - मेरी पहली झारखण्ड यात्रा
    7. यात्रा वृतांत - कुंजापुरी शक्तिपीठ
    8. यात्रा वृत्तांत - मेरी पहली नेपाल यात्रा
    9. यात्रा वृत्तांत - कुल्लू से नेहरुकुंड-वशिष्ठ वाया मानाली लेफ्ट बैंक
    10. यात्रा डायरी - शिमला के बीहड़ वनों में एकाकी सफर का रोमांच
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    आग्रह :  इस पृष्ठ से संबन्धित समीक्षा / सुझाव का हार्दिक स्वागत है। आप अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। हम तदनुसार अपने सामग्री में सुधार/विकास कर सकेंगे। धन्यवाद। 

    गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

    नोट लेखन (Note Making)

    नोट लेखन किसे कहते हैं?

    जब आप किसी विषय विशेष पर कोई महत्त्वपूर्ण सूचना, जानकारी अथवा विचारों संक्षिप्त रूप में लिखते हैं ताकि आप उन्हें बाद में याद रख सकें। तो इस क्रिया को 'नोट लेखन' कहते हैं।

    नोट बनाना अक्सर व्यक्तिगत (personal), पेशेवर (professional) अथवा सार्वजनिक (public) उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि सूचनार्थ, व्यापार, अध्ययन या जीवन में कुछ याद रखने के लिए आदि।

    नोट लेखन कैसे करें?

    नोट बनाने के लिए आप एक नोटबुक, कागज, स्मार्टफोन (मोबाइल), कंप्यूटर या अन्य उपकरण का उपयोग कर सकते हैं।

    लेखन अभ्यास 

    क) आपके शहर में खेल के मैदान लगातार कम होते जा रहे हैं। इसे रोकने के कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -

    1. मैदानों के कमी से खेलों पर होने वाले पर असर
    2. समस्या से उबरने के संभावित उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएँगे।
                                                                                    सौजन्य : गूगल इमेज 

    उत्तर - शहर में हर ओर विकास के नाम पर कंक्रीट के जंगल उगाये जा रहे हैं। शहर में मैदानों की कमी का सीधा असर खेल और खिलाड़ियों पर पड़ता है। कम मैदानों के कारण, खिलाड़ियों को उनके खेल का अभ्यास करने और उनके खेल कौशल को सुधारने के लिए पर्याप्त मौके नहीं मिलते हैं। इस समस्या के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
    1. अधिक से अधिक लोगों को खेल से जोड़ने के लिए खेल अभियान चलाना चाहिए। जिससे स्थानीय समुदायों में खेल के मैदानों को बचाने के लिए उनका संज्ञान बढ़ाया जा सकता है।
    2. खेल संघ और स्थानीय प्रशासन को नए खेल मैदानों के विकास में सहयोग करना चाहिए, संभावित नए मैदानों के विकास की जानकारी आम की जा सके।
    3. नई कॉलोनियों के निर्माण में खेल के मैदानों को बनाना अनिवार्य किया जाये।
    इन उपायों से संभव है कि हम इस समस्या से उबर सकेंगे।

    ख) आपके शहर में वर्षा न होने से जल संकट होने की संभावना है। पानी बचाने के लिए कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -

    1. वर्षा के अभाव की वर्तमान स्थिति

    2. इसके संभावित परिणाम व जल संरक्षण के उपाय

    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएँगे।

    [IGCSE Hindi (0549) Paper -1, अभ्यास 5 प्रश्न 21]

    उत्तर - किसी ने ठीक ही कहा था कि 'यदि तीसरा विश्वयुद्ध हुआ, तो उसका कारण पानी ही होगा।' पर्यावरण संतुलन के कारण हमारे शहर के बिगड़ते हालात को देखकर तो कम से कम यही लगता है। पिछले कई वर्षों से वर्षा में होने वाली देरी आज की इसी विपदा कि ओर संकेत कर रही थी। इस बार तो दो माह बीतने के बाद भी लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। प्रशासन की माने तो आगामी 20 दिनों के लिए ही हमारे पास जल बचा है। यदि हम इसका मितव्ययिता से सदुपयोग नहीं करें तो 'डे-जीरो' उससे पहले ही आ सकता है। जिस दिन हमारे पास उपयोगी संसाधन समाप्त हो जाते हैं, उस दिन को 'डे-जीरो' कहा जाता है।   

    इस जल संकट से बचने के लिए हम निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं - 

    1. स्नानागार और शौचालय में नल अनावश्यक न चलाये, बाथ-टब और शॉवर के बजाय लोटा-बाल्टी का उपयोग करें।
    2. कार और जानवरों को धोने तथा खेतों और बागीचों को सींचने के लिए पाइप के बजाय हज़ारे का उपयोग करें। 
    3. घरों तथा सर्वजनिक स्थानों की खराब व रिसावदार नल की टोटियों की समय रहते मरम्मत कराएं।  


    स्वाध्याय हेतु अतिरिक्त प्रश्न -                                                        

    अभ्यास 1) सड़कों पर आए दिन एक न एक दुर्घटनाएँ हो रही है। लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कोई तीन प्रभावी उपाय सुझाते हुए एक नोट लेखन कीजिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित होनी चाहिए - 
    • सड़क हादसों की वर्तमान स्थिति
    • सड़क हादसों से होने वाले परिणाम व दुर्घटनाओं की रोकथाम के उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
    उत्तर - सड़कों पर बढ़ती हुई दुर्घटनाओं की संख्या की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है और यह समस्या गंभीर हो रही है। इन दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप जान-माल की हानि (जीवनों की जोखिम, चोटें लगाना, और आर्थिक हानि) का सामना करना पड़ता है। बढ़ती जनसंख्या के सापेक्ष वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण सड़कों पर आए दिन ट्रैफिक भी बढ़ गया है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा अपनी चरम पर है। अकसर मोबाइल फोन पर बाते करना, नशे में गाड़ी चलाना और यातायात के नियमों का उल्लंघन करना आदि इन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण होता हैं। 

    मैं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के निम्नलिखित उपाय सुझाना चाहूँगा :-
    1. यातायात प्रबंधन: सड़क परिवहन के लिए ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूत करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रैफिक जाम को कम करने और वाहनों के साथ ज्यादा सुरक्षित चालने के उपाय अपनाए जाने चाहिए।
    2. प्रशिक्षित वाहन चालक : वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के महत्व के साथ सुरक्षित ड्राइविंग की प्रशिक्षण देना चाहिए।
    3. सड़क सुरक्षा उपाय: सड़कों पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए सड़क सूचना सांचा, सड़कों पर सही संकेत, और सुरक्षा उपकरणों का सुधार करना चाहिए।
    इन उपायों को अमल में लाने से हम सड़क हादसों को कम कर सकते हैं और लोगों की सुरक्षा कर सकते हैं। सड़क सुरक्षा को महत्वपूर्ण ध्यान में रखकर, हम सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं और एक सुरक्षित जीवन जीने का संकल्प ले सकते हैं। धन्यवाद। 

    अभ्यास 2) देश में बढ़ती आबादी से कई समस्याएँ उभर रही हैं। जनसंख्या वृद्धि के कारण शिक्षा में आने वाली किन्हीं तीन समस्याओं को उजागर करते हुए एक नोट लेखन कीजिए। 
    आपके नोट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित होनी चाहिए - 
    1. जनसंख्या वृद्धि की समस्याओं की वर्तमान स्थिति
    2. जनसंख्या वृद्धि  से शिक्षा के क्षेत्र  में समस्याएँ वे रोकथाम के कोई उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
    उत्तर -             भारत में बढ़ती आबादी से शिक्षा में अवरोध
    हमारा देश दुनिया की दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश है। बढ़ती आबादी से कई समस्याएँ बढ़ रही हैं, जिनमें से एक शिक्षा में अवरोध भी है। बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा में निम्नलिखित समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं:-
    • शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी हो रही है। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की कमी है। इससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
    • शिक्षा के लिए पहुंच की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए पहुंच की कमी हो रही है। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की कमी है, जिससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा के लिए पैसे खर्च करने में कठिनाई होती है।
    • लिंग भेदभाव: बढ़ती आबादी के कारण लिंग भेदभाव की समस्या भी बढ़ रही है। लड़कियों को शिक्षा के लिए कम प्राथमिकता दी जाती है। इससे लड़कियों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न होता है।
    इन समस्याओं को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
    1. शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि करनी चाहिए। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की संख्या बढ़ानी चाहिए।
    2. शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों का निर्माण करना चाहिए और गरीब परिवारों के बच्चों के लिए छात्र-वृत्ति प्रदान करनी चाहिए।
    3. लिंग भेदभाव को दूर करना: सरकार को लिंग भेदभाव को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए और उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करने चाहिए।
    4. इन उपायों को लागू करने से भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और सभी बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे।
    अभ्यास प्रश्न 1) 
    छुट्टियाँ मनाने लोग कई स्थानों पर जाते हैं। अपनी सैर का आनंद लेने के साथ लोग वहाँ की सुंदरता को बिगाड़ने में नहीं चूकते। किसी दर्शनीय स्थान जहाँ आप कभी गए हों, वहाँ की  सुंदरता और स्थिति को बनाए रखने के लिए कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लेखन कीजिए।  
    आपका लेखन 120 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दु अवश्य शामिल करें:
    1. दर्शनीय स्थानों की सुंदरता बनाए रखने का काम केवल प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं हैं।
    2. दर्शनीय स्थानों पर जाने के बाद यह जरूर सोचना चाहिए कि हमारे बाद जाने वालों को वहाँ जाने का दुःख न हो।   
    आपके लेखन की विषय-वस्तु के लिए 4 और उचित भाषा और वाक्य रचना की लिए 6 अंक देय होंगे।  
    (कुल अंक: 10)  

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