छात्रों को निम्नलिखित लेखन विधाओं का अभ्यास करना अपेक्षित है -
क) लेखन विधाएँ
- पत्र लेखन : (अनौपचारिक, औपचारिक और कार्यालयीन (व्यावसायिक) पत्र)
- ई-मेल : (अनौपचारिक, औपचारिक और कार्यालयीन (व्यावसायिक) पत्र)
- अनुच्छेद: (विषय केंद्रित सरल, मिश्र और संयुक्त वाक्यों का अभ्यास)
- निबंध : (वर्णनात्मक, विवरणात्मक, भावनात्मक और आलोचनात्मक/साहित्यिक)
- संवाद : (नाटक, फिल्म, रेडियो वार्ता, साक्षात्कार आदि में प्रयुक्त)
- साक्षात्कार : (लेखक, नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, व्यवसायी, चिकित्सक वैज्ञानिक आदि)
- भाषण : विभिन्न समसामयिक विषयों पर मौलिक व लिखित अभिव्यक्ति
- वाद-विवाद : तथ्यात्मक जानकारी के साथ अपनी मौखिक क्षमता का विकास।
- सूचना लेखन
- टिप्पणी ; (नोटिंग/नोट लेखन) ;
- समीक्षा ; (पुस्तक, फिल्म, रेस्तरां, उत्पाद अथवा सेवाएँ आदि पर)
- ब्लॉग लेखन ; (चिट्ठाकारी)
- लेख लेखन (आर्टिकल)
- दैनंदिनी (डायरी)
- यात्रा वृत्तांत (ट्रवेलॉग)
- प्रतिवेदन : (रिपोर्ट लेखन)
- सार-लेखन : (एक तिहाई सार)
- प्रचार सामग्री : विवरणिका, विवरणी और विवरण पत्र / प्रचार-पुस्तिका एवं विज्ञापन
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