"किसी घटना, कार्य-योजना, समारोह अथवा शोध आदि के बारे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से देखकर या छानबीन करके तैयार की गई लिखित सामग्री को 'प्रतिवेदन' (रिपोर्ट) कहते हैं।"
प्रतिवेदन को अंग्रेजी में 'रिपोर्ट' के नाम से जानते हैं। यह एक लिखित विवरण होता है जो किसी घटना, स्थिति या समस्या के बारे में सार्वजनिक अथवा गोपनीय सूचना देने के लिए लिखा जाता है। यह रिपोर्ट उस संगठन, संस्था, या अन्य संबंधित पक्ष द्वारा इस घटना की जानकारी साझा करने अथवा समस्या को हल करने के लिए उचित कदमों को उठाने में मदद करता है। प्रतिवेदन आमतौर पर व्यवसाय, शिक्षा, सरकार, और अन्य संगठनों द्वारा उपयोग किया जाता है।
हम कह सकते हैं कि 'प्रतिवेदन (रिपोर्ट) लेखन एक ऐसी विधि है जिसमें लेखक किसी घटना, उत्पाद या सेवा के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता है। यह जानकारी किसी विशिष्ट विषय के बारे में होती है जैसे कि कोई कार्यक्रम, घटना, दुर्घटना, नीति, प्रकल्प, उत्पाद विकसित करने के बारे में रिपोर्ट लिखा जाता है।
प्रतिवेदन (रिपोर्ट) लेखन में सामान्यतया इस्तेमाल किए जाने वाले तकनीकी शब्दों का उपयोग किया जाता है। इसके लेखन का मुख्य उद्देश्य जानकारी का सही और सुगम तरीके से संचार करना होता है।
रिपोर्ट लिखने का प्रारूप : -
- शीर्षक: रिपोर्ट का शीर्षक देखने वाले को आपके रिपोर्ट का मुख्य विषय पता चल जाता है।
- रिपोर्ट लिखने वाले का नाम: रिपोर्ट के प्रारंभ में रिपोर्ट लिखने वाले व्यक्ति (आपका नाम) का नाम उल्लेख करना चाहिए।
- तारीख: रिपोर्ट लिखने की तारीख दर्शाना आवश्यक है।
- संक्षिप्त सारांश (प्रस्तावना): रिपोर्ट के मुख्य विषय, मुख्य संदेश और मुख्य निष्कर्ष को संक्षिप्त में दर्शाना चाहिए।
- विस्तृत विवरण: रिपोर्ट के अंतर्गत विषय से संबंधित जानकारी के बारे में काल-क्रमानुसार सविस्तार लिखना चाहिए।
- संदर्भ: यदि आपने उपयोग की गई संदर्भ पुस्तकें, जानकारी, अध्ययन आदि का उल्लेख करना चाहिए।
- निष्कर्ष और सुझाव: रिपोर्ट के अंत में आपका निष्कर्ष और उन सुझावों को दर्शाना चाहिए जो समस्या को हल करने में मदद करें।
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साभार - www.hindi0549.com |
अभ्यास कार्य -
अभ्यास 1 - कल रात आपने अपने क्षेत्र में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 थी। किसी के हताहत होने अथवा कहीं कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। इस घटना का एक प्रतिवेदन (रिपोर्ट) लगभग 150 शब्दों में लिखिए।
उत्तर - शीर्षक - भूकंप से दहली धरती
________ (आपका नाम),
दिनांक : XX माह, 20XX
कल रात मुझे अपने क्षेत्र गांधी नगर में एक भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 थी। यह भूकंप मध्य रात्रि में आया था। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि इसमें किसी व्यक्ति को कोई चोट नहीं पहुंची है और कोई भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।
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भूकंप से गिरे मकान |
भूकंप के बाद, लोग डर से थोड़े सहमें लग रहे थे, लेकिन जल्द ही वे सामान्य रूप से अपनी गतिविधियों में वापस लौट गए। अधिकतर लोग घरों में ही रहे थे और कुछ लोगों ने उनके बाहर जाने से पहले ध्यान दिया कि उनके घरों के अंदर चीजें सुरक्षित हैं या नहीं?
स्थानीय अधिकारियों ने भूकंप के बाद स्थिति का निरीक्षण किया और बताया कि हमारे यहाँ जान-माल का कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है। वे लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे अपने घरों में ही रहें और बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। इस भूकंप से लोगों में थोड़े डर और दहशत का माहौल है, लोग हर समय अगले भूकंप के आने के इंतजार में बैठे रहते हैं। बताते चल कि भूकंप के आने के बाद अथवा उसके दौरान ही नुकसान संभव होता है, वो भी तब जब उसकी तीव्रता अधिक हो। उसके आने की कोई सटीक सूचना दे पाना संभव नहीं है।
अतः आम जनता से निवेदन है कि सतर्क रहे, सावधान रहे, अपने और अपने परिवार की सुरक्षा का ख्याल रखें। धन्यवाद।
अभ्यास 2
आपके विद्यालय में कल वार्षिकोत्सव (Annual day function) मनाया गया। समाचार पत्र में छपवाने के लिए उसकी एक प्रतिवेदन (रिपोर्ट) लेखन कीजिए। आपके लेखन में निम्नलिखित बिन्दु अवश्य शामिल होने चाहिए। आपका लेखन कार्य 200 शब्दों तक सीमित होना चाहिए।
- उत्सव का स्थान, दिनांक और समय
- उत्सव में हुए कार्यक्रमों की जानकारी
- उत्सव में आपकी भूमिका और अनुभव
आपको उचित विषय वस्तु के लिए 8 अंक तथा उचित भाषा के लिए 8 अंक मिल सकते हैं।
उत्तर - हिंदवी अंतर्राष्ट्रीय विद्यालय, यवतमाल का वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से सम्पन्न
यवतमाल के 'हिंदवी अंतर्राष्ट्रीय विद्यालय' में कल दिनांक 30 मार्च 20XX को शाम को वार्षिकोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में संस्था संस्थापक श्री बाजीराव पाटील ने मुख्य अतिथि सिने कलाकर नाना पाटेकर और उद्योगपति श्री अनुपम गुप्ता के साथ मिलकर माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप-प्रज्ज्वलन के साथ वार्षिकोत्सव कार्यक्रम की शुरुवात की। उसके बाद प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना समूहिक गीत के माध्यम से प्रस्तुति दी। सभी अतिथियों और अभिभावकों के सभागार में आ जाने के बाद कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
कार्यक्रम में विद्यालय के सभी बच्चों ने बड़े ही उत्साह के साथ भाग लिया। सर्वप्रथम कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों द्वारा देश के शहीदों की याद में एक नाटक प्रस्तुत किया गया। दर्शक उनकी संवाद कुशलता और अभिनय के लिए तालियों से उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया। कक्षा 9वीं और 8वीं का सामूहिक नृत्य की सुमधुर प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
तदनंतर कक्षा 6वीं और 7 वीं के विद्यार्थियों ने फिल्मी गीतों पर आधारित अंत्याक्षरी से समां बांधा। उन्होने बड़े ही उत्साह से एक दूसरे के हराने के चक्कर में इतने अच्छे-अच्छे गीत सुनाये कि दर्शक भी उनके साथ लय में लय मिलाते गीत गुनगुनाते नजर आए।
अंत में अतिथियों के हाथों मेधावी छात्र-छात्राओ का सम्मान स्मृति-चिह्न और प्रमाण-पत्र देकर से किया गया। फिर राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। सभी ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ इस सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
अभ्यास प्रश्न 3.
आपके विद्यालय में आज सांसद निधि से एक नए खेल के मैदान का उद्घाटन हुआ है। इस कार्यक्रम का प्रतिवेदन (रिपोर्ट) लेखन कीजिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित मुद्दों को अवश्य शामिल करें।
- खेल का मैदान न रहने से बच्चों को समस्या होती थी।
- सांसद जी ने अपने हाथों से इस मैदान का उद्घाटन किया।
- विद्यालय को नया खेल का मैदान मिलने से बच्चों पर होने वाला प्रभाव क्या होगा?
आपका लेखन कार्य 200 शब्दों से अधिक न हो। आपको उपयुक्त विषय-वस्तु के लिए 3 अंक और सही भाषा-शैली के लिए 5 अंक मिलेंगे। उत्तर - आज पुणे के शिवाजी रोड स्थित, नवोदय विद्यालय में सांसद निधि से वित्तपोषित एक नए खेल के मैदान का उद्घाटन किया गया। इस उद्घाटन में विद्यालय के प्रधानाचार्य जी श्री नीरज कुमार ने हमारे माननीय सांसद श्री सतीश केवट को पुष्पगुच्छ, शाल और श्रीफल देकर उनका स्वागत किया। फिर सांसद महोदय ने अपने कर-कमलों से हमारे नए खेल के मैदान का उद्घाटन किया गया। सभी बच्चों ने इस अवसर पर तालियाँ बचाकर खुशियाँ जताई। दरअसल पहले, विद्यालय के बच्चों के लिए कोई खेल का मैदान नहीं था, जिससे वे बहुत दुःखी रहते थे। लेकिन सांसद जी की मेहनत और उनके संसाधनों से नया मैदान उपलब्ध हो गया है। अब बच्चों को खेलने का उचित अवसर व स्थान मिल सकेगा और उनके मानसिक के साथ-साथ शारीरिक विकास को भी बल मिलेगा। वे तरह-तरह के खेल पाएँगे।
इस मैदान से विद्यालय के बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव होगा। वे अब खेल का मैदान मिलने से न तो केवल खुश होंगे, बल्कि ये मैदान उनके शारीरिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, बच्चों की मनोदशा भी खुशहाल होगी।
संक्षिप्त में कहा जाए तो, इस उद्घाटन कार्यक्रम से सांसद निधि जी ने विद्यालय के बच्चों को बहुत सम्मानित किया और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत मदद की।
अतिरिक्त सहायक सामग्री :
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