MYP

पाठ्यक्रम परिचय 

MYP हिंदी का पाठ्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भाषा, साहित्य और संस्कृति की समझ को विकसित करने पर केंद्रित है। यह 11 से 16 वर्ष की आयु के छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है। MYP हिंदी का उद्देश्य विद्यार्थियों को न केवल भाषा में निपुण बनाना है, बल्कि उनकी आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और वैश्विक दृष्टिकोण को भी बढ़ावा देना है।वैश्विक संदर्भों में वैचारिक समझ विकसित करके भाषा अधिग्रहण में जांच को बढ़ावा देता है। 

संचार, संपर्क, रचनात्मकता और संस्कृति जैसी प्रमुख अवधारणाएँ व्यापक रूप से MYP पाठ्यक्रम को बनाती हैं। संबंधित अवधारणाएँ विशिष्ट विषयों में आधारित गहन शिक्षा को बढ़ावा देती हैं। MYP भाषा अधिग्रहण में संबंधित अवधारणाओं के उदाहरणों में शब्द चयन, परंपराएँ और मुहावरे शामिल हैं। 

छात्र MYP वैश्विक संदर्भों के माध्यम से प्रमुख और संबंधित अवधारणाओं का पता लगाते हैं। 

  1. पहचान और संबंध 
  2. स्थान और समय में अभिविन्यास 
  3. व्यक्तिगत और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति 
  4. वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार 
  5. वैश्वीकरण और स्थिरता 
  6. निष्पक्षता और विकास
एमवायपी पाठ्यक्रम ढांचा स्कूलों को आकर्षक, प्रासंगिक, चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण सामग्री निर्धारित करने की सुविधा प्रदान करता है जो स्थानीय और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम आवश्यकताओं को पूरा करती है। यह जांच-आधारित पाठ्यक्रम भाषा अधिग्रहण के अध्ययन में तथ्यात्मक, वैचारिक और बहस योग्य प्रश्नों की खोज करता है। एमवायपी भाषा अधिग्रहण एमवायपी के प्रत्येक वर्ष में एक अनिवार्य घटक है, सिवाय द्विभाषी छात्रों के जो एमवायपी भाषा और साहित्य विषय समूह में कई भाषाओं में अध्ययन के पाठ्यक्रम का अनुसरण करते हैं। 
MYP को कार्यक्रम के प्रत्येक वर्ष में भाषा अधिग्रहण क्षेत्र के लिए कम से कम 50 घंटे के शिक्षण समय की आवश्यकता होती है। 
MYP ई-मूल्यांकन में भाग लेने वाले छात्रों के लिए, आईबी MYP वर्ष 4 और 5 में प्रत्येक वर्ष 70 घंटे निर्देशित शिक्षण की सिफारिश करता है।

MYP हिंदी पाठ्यक्रम के मुख्य घटक

MYP में हिंदी को तीन स्तरों पर पढ़ाया जाता है:

  1. भाषा और साहित्य (Language and Literature)
  2. भाषा अर्जन (Language Acquisition)
  3. व्यक्ति और समाज (Individuals & Societies) में हिंदी (वैकल्पिक) 

1. भाषा और साहित्य (Language and Literature)

यह उन छात्रों के लिए है जो हिंदी में पहले से निपुण हैं। इस पाठ्यक्रम में भाषा और साहित्य दोनों शामिल हैं।
मुख्य उद्देश्य:

  • साहित्यिक और गैर-साहित्यिक पाठों को पढ़ना और उनका विश्लेषण करना।
  • रचनात्मक लेखन और आलोचनात्मक सोच का विकास।
  • सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से साहित्य को समझना।

सामग्री और गतिविधियाँ:

  • साहित्यिक पाठ: कहानियाँ, कविताएँ, नाटक, उपन्यास।
  • गैर-साहित्यिक पाठ: समाचार लेख, निबंध, पत्र, भाषण।
  • रचनात्मक लेखन (कहानी, कविता) और औपचारिक लेखन (निबंध, प्रस्ताव)।
  • बहस, वाद-विवाद और प्रस्तुतियाँ।

आकलन के प्रकार:

  • पठनीयता (Analyzing): पाठों का विश्लेषण और समझ।
  • सृजनात्मकता (Creating): नई सामग्री का निर्माण।
  • संपर्क (Connecting): साहित्य को वास्तविक जीवन और संस्कृति से जोड़ना।
  • भाषाई निपुणता (Language Use): व्याकरण और शैली की सही समझ।

2. Language Acquisition (भाषा अर्जन)

यह उन छात्रों के लिए है जो हिंदी को दूसरी या विदेशी भाषा के रूप में सीख रहे हैं।
मुख्य उद्देश्य:

  • सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने के कौशल को विकसित करना।
  • रोज़मर्रा के संदर्भों में हिंदी का उपयोग करना।
  • सांस्कृतिक समझ और भाषा कौशल को बढ़ावा देना।

सामग्री और गतिविधियाँ:

  • शब्दावली का विकास और अभ्यास।
  • व्याकरण (काल, संज्ञा, विशेषण, क्रिया) का अध्ययन।
  • छोटे-छोटे पाठ, संवाद और सरल कहानियाँ।
  • श्रवण और मौखिक गतिविधियाँ (संवाद, प्रस्तुतियाँ)।
  • सांस्कृतिक विषय जैसे त्योहार, परंपराएँ, और सामाजिक मुद्दे।

आकलन के प्रकार:

  • पठनीयता (Reading Comprehension): छोटे पाठों को समझना।
  • लेखन (Writing): छोटे निबंध, पत्र, और संवाद।
  • मौखिक कौशल (Speaking): हिंदी में सरल वार्तालाप।
  • सांस्कृतिक संपर्क (Cultural Interaction): हिंदी भाषी समुदायों के बारे में समझ।

MYP हिंदी में आकलन के मानदंड (Assessment Criteria)

MYP हिंदी के आकलन के लिए चार मानदंड होते हैं:

  1. Criterion A: Analyzing (विश्लेषण)

    • साहित्य और पाठों का गहन अध्ययन।
    • पाठ के संदर्भ और उद्देश्य को समझना।
  2. Criterion B: Organizing (संगठन)

    • विचारों को स्पष्ट और संगठित तरीके से प्रस्तुत करना।
    • उचित भाषा और शैली का उपयोग।
  3. Criterion C: Producing Text (पाठ का निर्माण)

    • रचनात्मक और औपचारिक लेखन।
    • विचारों को स्पष्ट और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करना।
  4. Criterion D: Using Language (भाषा का उपयोग)

    • व्याकरण, वर्तनी, और शैली का सही उपयोग।
    • शब्दावली और अभिव्यक्ति में निपुणता।

MYP हिंदी के लिए सुझावित गतिविधियाँ

  • कहानियों और कविताओं का लेखन।
  • समूह चर्चा और बहस।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों और त्योहारों पर परियोजनाएँ।
  • भाषा और साहित्यिक प्रतियोगिताओं में भाग लेना।
  • फिल्म और नाटकों का अध्ययन और प्रदर्शन।

MYP हिंदी का महत्व

  • यह पाठ्यक्रम छात्रों को न केवल भाषा के तकनीकी पहलुओं में पारंगत बनाता है, बल्कि उन्हें भारतीय और वैश्विक संस्कृति की गहरी समझ भी देता है।
  • यह IB Learner Profile के गुणों जैसे Thinker, Communicator, और Open-minded को विकसित करने में मदद करता है।

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