नोट लेखन किसे कहते हैं?
जब आप किसी विषय विशेष पर कोई महत्त्वपूर्ण सूचना, जानकारी अथवा विचारों संक्षिप्त रूप में लिखते हैं ताकि आप उन्हें बाद में याद रख सकें। तो इस क्रिया को 'नोट लेखन' कहते हैं।
नोट बनाना अक्सर व्यक्तिगत (personal), पेशेवर (professional) अथवा सार्वजनिक (public) उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि सूचनार्थ, व्यापार, अध्ययन या जीवन में कुछ याद रखने के लिए आदि।
नोट बनाने के लिए आप एक नोटबुक, कागज, स्मार्टफोन (मोबाइल), कंप्यूटर या अन्य उपकरण का उपयोग कर सकते हैं।
लेखन अभ्यास
क) आपके शहर में खेल के मैदान लगातार कम होते जा रहे हैं। इसे रोकने के कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -
- मैदानों के कमी से खेलों पर होने वाले पर असर
- समस्या से उबरने के संभावित उपाय
- अधिक से अधिक लोगों को खेल से जोड़ने के लिए खेल अभियान चलाना चाहिए। जिससे स्थानीय समुदायों में खेल के मैदानों को बचाने के लिए उनका संज्ञान बढ़ाया जा सकता है।
- खेल संघ और स्थानीय प्रशासन को नए खेल मैदानों के विकास में सहयोग करना चाहिए, संभावित नए मैदानों के विकास की जानकारी आम की जा सके।
- नई कॉलोनियों के निर्माण में खेल के मैदानों को बनाना अनिवार्य किया जाये।
ख) आपके शहर में वर्षा न होने से जल संकट होने की संभावना है। पानी बचाने के लिए कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -
वर्षा के अभाव की वर्तमान स्थिति
इसके संभावित परिणाम व जल संरक्षण के उपाय
[IGCSE Hindi (0549) Paper -1, अभ्यास 5 प्रश्न 21]
इस जल संकट से बचने के लिए हम निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं -
- स्नानागार और शौचालय में नल अनावश्यक न चलाये, बाथ-टब और शॉवर के बजाय लोटा-बाल्टी का उपयोग करें।
- कार और जानवरों को धोने तथा खेतों और बागीचों को सींचने के लिए पाइप के बजाय हज़ारे का उपयोग करें।
- घरों तथा सर्वजनिक स्थानों की खराब व रिसावदार नल की टोटियों की समय रहते मरम्मत कराएं।
अभ्यास 1) सड़कों पर आए दिन एक न एक दुर्घटनाएँ हो रही है। लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कोई तीन प्रभावी उपाय सुझाते हुए एक नोट लेखन कीजिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित होनी चाहिए -
- सड़क हादसों की वर्तमान स्थिति
- सड़क हादसों से होने वाले परिणाम व दुर्घटनाओं की रोकथाम के उपाय
- यातायात प्रबंधन: सड़क परिवहन के लिए ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूत करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रैफिक जाम को कम करने और वाहनों के साथ ज्यादा सुरक्षित चालने के उपाय अपनाए जाने चाहिए।
- प्रशिक्षित वाहन चालक : वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के महत्व के साथ सुरक्षित ड्राइविंग की प्रशिक्षण देना चाहिए।
- सड़क सुरक्षा उपाय: सड़कों पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए सड़क सूचना सांचा, सड़कों पर सही संकेत, और सुरक्षा उपकरणों का सुधार करना चाहिए।
- जनसंख्या वृद्धि की समस्याओं की वर्तमान स्थिति
- जनसंख्या वृद्धि से शिक्षा के क्षेत्र में समस्याएँ वे रोकथाम के कोई उपाय
- शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी हो रही है। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की कमी है। इससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
- शिक्षा के लिए पहुंच की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए पहुंच की कमी हो रही है। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की कमी है, जिससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा के लिए पैसे खर्च करने में कठिनाई होती है।
- लिंग भेदभाव: बढ़ती आबादी के कारण लिंग भेदभाव की समस्या भी बढ़ रही है। लड़कियों को शिक्षा के लिए कम प्राथमिकता दी जाती है। इससे लड़कियों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न होता है।
- शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि करनी चाहिए। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की संख्या बढ़ानी चाहिए।
- शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों का निर्माण करना चाहिए और गरीब परिवारों के बच्चों के लिए छात्र-वृत्ति प्रदान करनी चाहिए।
- लिंग भेदभाव को दूर करना: सरकार को लिंग भेदभाव को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए और उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करने चाहिए।
- इन उपायों को लागू करने से भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और सभी बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे।
- दर्शनीय स्थानों की सुंदरता बनाए रखने का काम केवल प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं हैं।
- दर्शनीय स्थानों पर जाने के बाद यह जरूर सोचना चाहिए कि हमारे बाद जाने वालों को वहाँ जाने का दुःख न हो।