PYP हिंदी पाठ्यक्रम: एक नजर में ...
मुख्य उद्देश्य -
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भाषा का समग्र विकास:
- सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने के कौशल का विकास।
- हिंदी में आत्म-प्रकाशन और संवाद की क्षमता को मजबूत बनाना।
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जिज्ञासा-आधारित अधिगम:
- छात्रों को प्रश्न पूछने और स्वयं खोज करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- हिंदी का वास्तविक जीवन के संदर्भ में उपयोग करना।
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सांस्कृतिक जागरूकता:
- हिंदी भाषा और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को समझना और उनके प्रति सम्मान विकसित करना।
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अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण:
- हिंदी के माध्यम से अन्य संस्कृतियों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना।
पाठ्यक्रम की रचना -
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थीम्स के माध्यम से शिक्षण:
PYP में छात्रों को छ: ट्रांसडिसिप्लिनरी थीम्स के माध्यम से पढ़ाया जाता है, जैसे:-- हम कौन हैं?
- स्थान और समय में हमारी स्थिति क्या है?
- हम अपने आप को कैसे व्यक्त करते हैं?
- दुनिया कैसे काम करती है?
- हम खुद को कैसे संगठित करते हैं?
- ग्रह को साझा करना।
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कौशल और अवधारणाएँ:
- सुनना और बोलना: हिंदी सुनने और बोलने के कौशल को सुदृढ़ बनाना।
- पढ़ना और लिखना: कहानी, कविता और विभिन्न पाठों का अध्ययन; रचनात्मक लेखन में संलग्न होना।
- व्याकरण और शब्दावली: व्याकरण और शब्दावली पर जोर देना।
शिक्षण के तरीके
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रचनात्मक और अनुभवात्मक अधिगम:
छात्रों को कविता रचना, कहानी लेखन और नाटक प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। -
प्रायोगिक अधिगम:
हिंदी के व्यावहारिक उपयोग को समझने के लिए कहानी सुनाना, पत्र लिखना, और विभिन्न प्रकार के साहित्यिक क्रियाकलापों का आयोजन। -
प्रौद्योगिकी का उपयोग:
डिजिटल टूल्स और ऐप्स के माध्यम से हिंदी शिक्षण को रोचक बनाना। -
बहुसांस्कृतिक दृष्टिकोण:
हिंदी के माध्यम से विश्व संस्कृति और भारत की विविधता का अध्ययन।
अधिगम के परिणाम
- छात्रों में हिंदी के प्रति रुचि और पढ़ने का लगाव बढ़ता है।
- विचारों को स्पष्ट और रचनात्मक रूप से व्यक्त करने की क्षमता विकसित होती है।
- व्यक्ति और समाज के मध्य हिंदी भाषा के रूप में एक मजबूत संवाद का सेतु तैयार होता है।
यह पाठ्यक्रम छात्रों को एक समग्र और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह उनके व्यक्तित्व और भाषा कौशल को मजबूत करते हुए उन्हें एक संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाने में मदद करता है।
International Baccalaureate में Learner Profile का महत्त्व
विद्यार्थियों को वैश्विक नागरिक के रूप में विकसित करने के लिए छात्रों की 10 प्रमुख विशेषताएँ शामिल हैं, जो विद्यार्थियों के समग्र विकास और शिक्षा में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करती हैं। यदि आप लर्नर्स प्रोफाइल बनाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
IB लर्नर्स प्रोफाइल में निम्नलिखित 10 विशेषताएँ शामिल हैं:
- अन्वेषक (Inquirers): नई चीज़ों को जानने की उत्सुकता।
- ज्ञानवान (Knowledgeable): गहन और विविध ज्ञान प्राप्त करना।
- विचारशील (Thinkers): आलोचनात्मक और रचनात्मक सोच का उपयोग करना।
- संचारक (Communicators): प्रभावी रूप से संवाद करना।
- सिद्धांतवादी (Principled): ईमानदारी, न्याय और जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता।
- खुले विचारों वाला (Open-minded): दूसरों के विचारों और संस्कृतियों का सम्मान।
- सहृदय (Caring): सहानुभूति और दया का प्रदर्शन।
- जोखिम लेने वाले (Risk-takers): नए और चुनौतीपूर्ण कार्यों में भाग लेना।
- संतुलित (Balanced): मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखना।
- चिंतनशील (Reflective): अपनी शिक्षा और अनुभवों पर विचार करना।
ध्यानार्थ - यह लेख IB के PYP पाठ्यक्रम की अवधारणाओं पर आधारित है; कृपया अधिक जानकारी के लिए IB की आधिकारिक वेबसाइट अवश्य देख लें।
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