IGCSE में हिंदी द्वितीय भाषा
पाठ्यक्रम एवं उद्देश्य
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IGCSE हिंदी द्वितीय भाषा उन शिक्षार्थियों के लिए है जिनको हिंदी का कुछ ज्ञान है और वे हिंदी में दक्षता बढ़ाना चाहते हैं। यह पाठ्यक्रम प्रभावी संचार, भाषा कौशल विकास, तथा व्यावहारिक हिंदी भाषा उपयोग पर केंद्रित है।
- व्यवहारिक संचार के लिए हिंदी प्रयोग में प्रवीणता
- भाषाई कौशल और शब्दावली विकास
- व्यावसायिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के लिए ठोस आधार
- व्यक्तिगत और सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना
मूल्यांकन के मानदंड
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- प्रश्नपत्र-1: पठन एवं लेखन (Reading and Writing)
- प्रश्नपत्र-2: श्रवण (Listening)
- वैकल्पिक प्रश्नपत्र-3: वक्तृता (Speaking) – आंतरिक मूल्यांकन एवं बाह्य मॉडरेशन
- ग्रेड A* से G तक
- प्रश्नपत्र-3 के अंक समग्र ग्रेड में शामिल नहीं होते
लेखन विधाएँ
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साहित्यिक विधाएँ
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- कविता
- कहानी
- रेखाचित्र
- लघुकथा
- संस्मरण
- एकांकी
- व्यंग्य
- आत्मकथा/जीवनी
- तार्किक लेखन
- आलोचना
- प्रहसन
- मुक्तक
- हाइकु
- खंडकाव्य
- महाकाव्य
IGCSE थीम्स (Areas A–E)
- दिनचर्या, घर और स्कूल जीवन
- भोजन, पेय, आदतें
- स्वास्थ्य व फिटनेस
- परिवार व मित्र
- मौसम व ऋतुएँ
- स्वयं, मित्रता, संबंध
- मनोरंजन व रुचियाँ
- त्योहार और समारोह
- यात्राएँ व छुट्टियाँ
- शहर, गाँव और क्षेत्र
- खरीद–फरोख्त व बाजार
- परिवहन और पर्यटन
- पर्यावरण व सार्वजनिक सेवाएँ
- उच्च शिक्षा / कौशल-विकास
- करियर योजना
- नौकरी / Gap-year
- कार्य-स्थल अनुभव
- अंतरराष्ट्रीय यात्रा
- विदेशी संस्कृति
- वैश्विक त्योहार व परंपराएँ
- भोजन, जीवन-शैली व रीति-रिवाज
पुराने प्रश्नपत्र
2019 से 2025 तक देखें
- 2025 - अक्टूबर/नवंबर
- 2025 - फरवरी/मार्च
- 2024 - अक्टूबर/नवंबर
- 2024 - फरवरी/मार्च
- 2023 - अक्टूबर/नवंबर
- 2023 - फरवरी/मार्च
- 2022 - अक्टूबर/नवंबर
- 2022 - फरवरी/मार्च
- 2021 - अक्टूबर/नवंबर
- 2021 - फरवरी/मार्च
- 2020 - अक्टूबर/नवंबर
- 2020 - फरवरी/मार्च
- 2019 - अक्टूबर/नवंबर
- 2019 - फरवरी/मार्च
- 2019 - मॉडल पेपर
सहायक पुस्तकें एवं वेबलिंक्स
महत्वपूर्ण पुस्तकें देखें
- पतवार
- ज्ञान गंगा
नया पाठ्यक्रम २०२७
इस पाठ्यक्रम को अब द्वितीय भाषा विषयों के लगभग समान बना दिया गया है। अध्ययन प्रक्रिया को अधिक प्रासंगिक, व्यावहारिक और सुगम बनाने हेतु जो मुख्य परिवर्तन किये गए हैं वे निम्नलिखित हैं -
- प्रश्नपत्र 1 के पठन अनुच्छेद अब अधिक समकालीन विषयों और यथार्थ जीवन परिस्थितियों पर आधारित हैं, ताकि विद्यार्थियों की भाषा का प्रयोग वास्तविक संदर्भों से जुड़ सके।
- Reading and Writing पेपर से
सार लेखनकार्य को हटाकर उसकी जगह एक नया बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल किया गया है, जिससे पाठ की समझ को अधिक वस्तुनिष्ठ तरीके से आँका जा सके। - Listening पेपर को पूरी तरह श्रवण परीक्षा परक बहुविकल्पीय प्रारूप बना दिया गया है, जिससे श्रवण-कौशल का मूल्यांकन स्पष्ट और सरल हो सके।
- Listening पेपर को पूरी तरह श्रवण परीक्षा परक बहुविकल्पीय प्रारूप बना दिया गया है, जिससे श्रवण-कौशल का मूल्यांकन स्पष्ट और सरल हो सके।
- Listening पेपर की अवधि और कुल अंकों के विभाजन में भी पुनर्संरचना की गई है, जिससे प्रश्नपत्र अब और अधिक संतुलित और समय‑प्रबंधन के अनुकूल बन सका है।
- पूर्व में उपलब्ध वैकल्पिक Speaking घटक को अब मूल्यांकन योजना से हटा दिया गया है।
इन परिवर्तनों का समग्र उद्देश्य यह है कि पाठ्यक्रम वर्तमान वैश्विक संदर्भ, विद्यार्थियों की आवश्यकताओं और मूल्यांकन की पारदर्शिता—तीनों के बीच बेहतर संतुलन स्थापित कर सके। विस्तृत जानकारी हेतु बोर्ड की पाठ्यक्रम पुस्तिका अवश्य देखें।
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