आप भी बन सकते हैं 'हिंदी कोच'

आप भी बन सकते हैं 'हिंदी कोच' हिंदी के लिए शिक्षण सामग्री तैयार करना एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया हैं। इसलिए हमें लगातार कंटैंट लेखन, वेब-प्रबंधन के लिए योग्य सहयोगियों की आवश्यकता रहती है। तो यदि आप इस महती कार्य में अपना अमूल्य योगदान देना चाहते हैं तो हमें संपर्क करना ना भूलें। आपकी सामग्री आपके नाम के साथ प्रकाशित की जाएगी जिससे लोग आपके ज्ञान से लाभान्वित हो सकें। धन्यवाद।
आईजी हिन्दी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
आईजी हिन्दी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 19 मार्च 2023

ईमेल (इलेक्ट्रोनिक पत्र)

ईमेल किसे कहते हैं?

ईमेल एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है जिसका उपयोग विशिष्ट एक्सेस कोड का प्रयोग करते हुए दूरस्थ स्थानों (distanced places) पर संदेशों को भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर, इलेक्ट्रॉनिक मेल अथवा ई-मेल कहलाता है। इंटरनेट आधारित यह सर्वाधिक लोकप्रिय संचार माध्यमों में से एक है जिसे व्यक्तिगत और व्यापारिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।

                                                        सौ -गूगल इमेज 

ईमेल के प्रकार -

  1. निजी (पर्सनल) ईमेल : ये ईमेल व्यक्तिगत स्तर पर लिखे जाते हैं। आमतौर पर दो (या दो से अधिक व्यक्तियों - मित्रों, पारिवारिक सदस्यों आदि) के बीच संवाद स्थापित करने के लिए होते हैं। इनमें साधारण भाषा का प्रयोग किया जाता है और इन्हें निजी संबंधों को मजबूत बनाने के लिए लिखा जाता है। यहाँ औपचारिकताएँ नहीं होती है। अतः इसे हम अनौपचारिक ईमेल के तहत रख सकते हैं। उदाहरण - भाई का बहन को ईमेल, मित्र को ईमेल आदि।
  2. आधिकारिक (ऑफ़िसियल) इमेल - ये ईमेल संबंधित संस्था, विभाग या किसी व्यापारिक संगठन को / द्वारा आम जनता के साथ अथवा अंतः संवाद के लिए भेजे जाते हैं। आधिकारिक ईमेल में औपचारिक व सम्मानजनक भाषा का प्रयोग किया जाता है तथा इनमें आधिकारिक नियमों और विधियों का पालन करना अपेक्षित होता है। इसे हम औपचारिक ईमेल के तहत रख सकते हैं। उदाहरण - अवकाश, नौकरी, पदोन्नति, संपादक के नाम, बिजली / पानी आदि के शिकायती आवेदन आदि के ईमेल। 
  3. व्यावसायिक (बिजनेस) पत्र : ये पत्र व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए लिखे जाते हैं, जैसे कि विपणन (marketing), बिक्री (Sales) और सेवाएं (services) आदि। इनमें व्यापक व्यावसायिक जानकारी होती है जो व्यवसाय की वृद्धि में मदद करती है। ये भी औपचारिक ईमेल के तहत ही आते हैं। उदाहरण - खेल की सामान/ पुस्तकें आदि मँगवाने के लिए ऑर्डर देने का ईमेल, उत्पाद (products) और सेवाओं में कमीं का शिकायती ईमेल आदि।
प्रमुख ईमेल सेवा-प्रदाता (service provider) :
स्रोत: गूगल इमेज 

अभ्यास 1 निजी (अनौपचारिक) ईमेल लेखन का नमूना

आपकी छोटी बहन को विज्ञान पढ़ने में रुचि नहीं है, जिसके कारण परीक्षा में विज्ञान विषय में उसके अंक कम आए हैं। उसे विज्ञान के चमत्कारों के बारे में बताते हुए एक पत्र लिखकर समझाइए, जिससे उसकी विज्ञान में रुचि बढ़ सके। आपके लेखन में निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल करें -

  1. आधुनिक युग विज्ञान युग
  2. विज्ञान का मानव जीवन में महत्व
  3. विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान के चमत्कार उचित अंतर्वस्तु के लिए 3 अंक तथा वाक्य-रचना एवं सही भाषा के लिए 5 अंक दिए जाएंगे।
उत्तर -
  ध्यान दें:   तिथि : 18 मार्च 20XX 21:28:00 (ईमेल में तिथि लिखने की आवश्यकता नहीं है।)
======================================================
अभ्यास 2


गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

पुस्तक समीक्षा (Book Review)

पुस्तक समीक्षा साहित्य को बढ़ावा देने, आलोचनात्मक विश्लेषण (critical analysis) प्रदान करने और पाठकों (readers) को क्या पढ़ना है इसके बारे में निर्णय लेने में मदद करने के लिए एक मूल्यवान उपकरण (valuable tools) है। 
                              साभार : गूगल इमेज 

पुस्तक समीक्षा के अंतर्गत आपको अपने किसी मित्र/रिश्तेदार को पत्र/ईमेल लिखकर भेजने को कहा जा सकता है, अथवा आपके विद्यालय की पत्रिका (मैगजीन) में छपने के लिए भेजने का आग्रह हो सकता है।परीक्षा के संभावित कुछ प्रश्न निम्नलिखित हैं। जिनका आप अभ्यास कर सकते हैं।   

अभ्यास प्रश्न - 
हाल ही में आपके द्वारा पढ़ी गई किसी प्रसिद्ध शख़्सियत (famous personality) की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक की समीक्षा करते हुए अपने प्रिय मित्र/सहेली को पत्र लिखिए।  
आपके लेखन में निम्नलिखित बातों को शामिल कीजिए।                     
  1. लेखक/संपादक का लेखन कार्य
  2. पुस्तक की विशेषताएँ और कमियाँ 
  3. अपने मित्र/सहेली को यह पुस्तक क्यों पढ़ना चाहिए? 
आपका लेखन लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे। 

बुधवार, 22 फ़रवरी 2023

फिल्म समीक्षा (Film Review)

'फिल्म समीक्षा' को फ़िल्म आलोचना भी कहते हैं। किसी फिल्म की सफलता में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही समीक्षाएं फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और दर्शकों को बहुमूल्य प्रतिक्रिया (फीडबैक) प्रदान करतीं हैं, और फिल्म देखने या न देखने के दर्शकों के निर्णयों को प्रभावित करती है। एक अच्छी समीक्षा किसी फिल्म के बॉक्स-ऑफिस के संग्रह (क्लेक्शन) को बढ़ा सकती है, जबकि एक नकारात्मक समीक्षा इसके विपरीत नुकसान पहुँचा सकती है।

इसके अलावा, फिल्म समीक्षा फिल्मों के प्रचार और विपणन में मदद करती है। आमतौर पर समीक्षाएं समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑनलाइन में प्रकाशित होते हैं।  

फ़िल्म समीक्षा पर आधारित संभावित अभ्यास प्रश्न -  

फिल्म समीक्षा को आपको अपने किसी मित्र/रिश्तेदार को पत्र/ईमेल द्वारा लिखकर भेजने को कहा जा सकता है, अथवा आपके विद्यालय की पत्रिका (मैगजीन) में छपवाने के लिए भेजने का आग्रह हो सकता है। छात्रों, यदि आपकी परीक्षा में पूछा जाये कि "हाल ही में आपके द्वारा देखी गई किसी (सामाजिक, विज्ञान परक, समस्या मूलक, खेल विशेष अथवा व्यक्तित्व पर आधारित) फ़िल्म  की समीक्षा कीजिए।" तो नीचे दी गई जानकारी आपको उत्तर लिखने में सहायक हो सकती है।

                                                             सौजन्य : विकिपीडिया 
अभ्यास प्रश्न 1. 

आपने हाल ही में प्रसिद्ध खिलाड़ी की जीवनी पर आधारित एक फ़िल्म देखी है। फ़िल्म देखकर आप  उनके जीवन से अत्यंत प्रभावित हुए। अपने विद्यालय की पत्रिका में इस फ़िल्म की समीक्षा छपवाने के लिए एक लेख लिखिए। 
आपके लेखन कार्य में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए। 
  • आप इस फिल्म से क्यों प्रभावित हुए?
  • फिल्म की कथा वस्तु और कलाकारों की भूमिका कैसी है? 
  • दर्शकों को फिल्म देखने सिनेमाघर ही क्यों जाना चाहिए? 
आपका लेख लगभग 200 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे।      

श्रवण परीक्षा अभ्यास के लिए संवाद

       श्रवण कौशल (लिसनिंग स्किल) के विकास की कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:- 

  1. संवाद सुनें: श्रवण कौशल के विकास के लिए वक्ता और श्रोता के संवाद को ध्यान से सुनना भी बहुत जरूरी है। प्रश्नपत्र में पूछे गए सवालों का सही उत्तर जानने के लिए आपको एक्टिवली सुनने की आवश्यकता होती है।
  2. ध्यान केंद्रित रखें : परीक्षा के दौरान हो सकता है कि किसी अन्य छात्र/शिक्षक को छींक/खाँसी आ जाय, छात्र विचलित हो जाते हैं। आपको बिना विचलित हुए अपना ध्यान केंद्रित रखना है और धैर्य खोना नहीं चाहिए जिससे आप सुने हुए शब्दों को समझ सकें। जो आपके लिए संभावित उत्तर बन सकते हैं। 
  3. नई शब्दावली को अपनाए : ज्ञान के विस्तार के लिए आपको जहाँ कहीं से भी नई शब्दावली और नए विषयों के विस्तार के अवसर मिले उन्हें एकत्रित करके अपने व्यक्तिगत शब्दकोश में लिख लेना चाहिए। धीरे-धीरे आप इन जानकारी को समझकर इनका प्रयोग भी करने लगेंगे।
  4. शब्दों की अभ्यास करें: नए शब्दों को अपने दैनिक बोलचाल अथवा लेखन में अभ्यास करना चाहिए। आप इससे शब्दों का अर्थ समझने में सक्षम होंगे और इससे आपके शब्दकोष का भी विस्तार होगा।
  5. सुनो और समझो: आपको समझने के लिए सुनने की आवश्यकता होती है। आप अपनी ध्यान देने की क्षमता को विकसित करने के लिए आस-पास के माहौल में ध्यान दें।
  6. रिकॉर्डिंग सुनें: विद्यार्थी रिकॉर्डिंग के माध्यम से अपनी सुनने की क्षमता को विकसित कर सकते हैं। आप अपनी आवाज में बातचीत को रिकॉर्ड करके, अथवा रेडियो, टीव्ही, कंम्प्यूटर और इंटरनेट (यूटूब) आदि की मदद से लोगों के साक्षात्कार, चर्चा, ड्क्युमेंटरी, आदि के आडिओ को सुन और समझ सकते हैं, आपको कहाँ सुधार करने की आवश्यकता है। यूट्यूब पर ताज एग्रो और डी.डबल्यू .हिन्दी चैनलों को सुनें। 

प्रचलित पोस्ट