आप भी बन सकते हैं 'हिंदी कोच'

आप भी बन सकते हैं 'हिंदी कोच' हिंदी के लिए शिक्षण सामग्री तैयार करना एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया हैं। इसलिए हमें लगातार कंटैंट लेखन, वेब-प्रबंधन के लिए योग्य सहयोगियों की आवश्यकता रहती है। तो यदि आप इस महती कार्य में अपना अमूल्य योगदान देना चाहते हैं तो हमें संपर्क करना ना भूलें। आपकी सामग्री आपके नाम के साथ प्रकाशित की जाएगी जिससे लोग आपके ज्ञान से लाभान्वित हो सकें। धन्यवाद।
विज्ञापन लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
विज्ञापन लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 8 मार्च 2023

प्रचार सामग्री: विवरणिका, विवरणी और विवरण पत्र (प्रचार-पुस्तिका) एवं विज्ञापन

प्रचार और प्रचार सामग्री

प्रचार एक ऐसी क्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति, उत्पाद, सेवा या विचार की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए अलग-अलग माध्यमों का उपयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों के मन में इस विचार, उत्पाद या सेवा के बारे में जागरूकता पैदा करना होता है ताकि उन्हें इसकी भलीभांति समझ हो जाए और उन्हें इसकी आवश्यकता महसूस हो। इस कार्य में विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग होता है। 

प्रचार की परंपरा बहुत पुरानी है। पहले राजा-महाराजाओं के संदेश वाहक संदेश प्रचार के लिए ढ़ोल-मंजीरे, डुग्गी, ढ़ोल-तासे आदि लेकर जगह-जगह घूमकर बड़ी बुलंद आवाज में प्रचार-प्रसार और सूचना देने के लिए मुनादी (proclamation) करते थे। इसका जीता-जागता उदाहरण - आपके आस-पास के होने वाले चुनावों में अपने प्रिय नेताजी को देखा ही होगा। 

   

चुनाव प्रचार
साभार : दैनिक प्रभात 

प्रचार के माध्यम: ध्वनि विस्तारक (लाउडस्पीकर), टीवी, रेडियो, अखबार, मैगजीन, होर्डिंग, बैनर, वेबसाइट, सोशल मीडिया आदि। 

आओ कुछ करके सीखें (एक्टिविटी) - 

यदि आपको अपनी किसी वस्तु अथवा सेवा का प्रचार करना हो तो आप कैसे और किन माध्यमों का उपयोग करेंगे?

अगर मुझे अपनी किसी वस्तु या सेवा का प्रचार करना होता है, तो मैं निम्नलिखित माध्यमों का उपयोग करता होंगा:

  1. ऑनलाइन माध्यम: आजकल, लोग अपने समय का अधिकतम हिस्सा ऑनलाइन मीडिया पर बिताते हैं। इसलिए, मैं वेबसाइट, सोशल मीडिया, ईमेल विपणन, ब्लॉगिंग और अन्य ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग कर सकता हूं।
  2. व्यापार संगठनों से सम्पर्क करना: मैं अपनी वस्तु या सेवा को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय व्यापार संगठनों जैसे व्यापार चैम्बर, ट्रेड एसोसिएशन या उद्योग धारक संगठनों से संपर्क कर सकता हूं। ये संगठन अपने सदस्यों को नई सेवाओं या उत्पादों के बारे में जानकारी देने में मदद करते हैं।
  3. निशुल्क प्रचार: मैं अपनी वस्तु या सेवा का प्रचार करने के लिए निशुल्क रूप से विज्ञापन कर सकता हूं, जैसे अपने उत्पादों के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट या अपने ब्लॉग पर अनुच्छेद लिखकर करूंगा।
  4. पुस्तकालय या समुदाय समूहों में प्रिंटेड मटेरियल्स जैसे - विजिटिंग कार्ड, प्रचार (जानकारी) पुस्तिका, विवरणी, विवरणिका, पोस्टर, बैनर आदि का प्रयोग करा सकता हूँ। 
इस प्रकार मैं अपने उत्पाद/ सेवा का प्रचार करूंगा।   

उदाहरण -  किसी नए स्मार्टफोन का प्रचार करने के लिए उसकी विशेषताओं और लाभों को बताने वाली प्रचार सामग्रियों का प्रयोग कर सकता हूँ, ताकि लोग उसकी उपयोगिता को समझ सकें और इसे खरीदने के लिए प्रेरित हो सकें। इसी तरह, किसी राजनीतिक दल के लिए भी प्रचार किया जा सकता है। 

प्रचार सामग्री

  1. विवरणिका (Brochure) से आप क्या समझते हैं? 

  • किसी संस्था या घटना से संबंधित गतिविधियों का क्रमबद्ध विवरण देने वाली पत्रिका को 'विवरणिका' कहते हैं। अंग्रेजी भाषा में इसे ब्रोशर (Brochure) कहा जाता है। विवरणिका एक विशिष्ट विषय या वस्तु के विवरण या वर्णन का संग्रह होता है। इसमें विवरण दी जाने वाली जानकारी विस्तृत और सटीक होती है जिससे पाठकों को उस विषय के बारे में अधिक जानकारी मिलती है। यह एक ऐसा साधन होता है जो किसी भी विषय को विस्तृत रूप से समझाने में मदद करता है और उसके विवरणों को सुसंगत ढंग से संगठित करता है।
  • विवरणिका विभिन्न विषयों जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, व्यवसाय, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, संस्कृति, शैक्षिक, खेल और मनोरंजन आदि से संबंधित हो सकती है। विवरणिका के माध्यम से एक विषय के बारे में ज्ञान प्राप्त करना और समझना बहुत सरल हो जाता है।
  • विवरणिका (Brochure) से मिलते जुलते करीबी शब्द और उनमें अंतर -  
  • विवरणी और विवरण-पत्र भी विवरणिका से काफी मिलते-जुलते शब्द हैं, इनका उपयोग भी लगभग उसी तरह का है। फिर भी कुछ असमानताएँ हैं। वैसे इन सभी का उपयोग प्रचार के लिए ही होता हैं। 
    1. विवरणिका (Brochure)
    2. विवरण-पत्र/प्रचार-पुस्तिका (Prospectus)।
    3. विवरणी (पुस्तिका) 
     

     
                                                                                                 साभार: गूगल इमेज  
    विवरणिका लिखने का प्रारूप - 
    एक अच्छी विवरणिका लिखने के लिए आप निम्नलिखित चरणों में लिख सकते हैं। 
    1. विषय का चुनाव ; (आप तौर पर विषय आपको परीक्षा / अभ्यास कार्य में दिया जाता है।)
    2. प्रस्तावना: इस अनुच्छेद में आप अपने विषय पर संक्षिप्त रूप में लिखें। यह आपके पाठकों के ध्यानाकर्षण के लिए होता है। अतः यह अत्यंत रोचक होना चाहिए। 
    3. विवरण विस्तार: इस अनुच्छेद में अपनी विवरणिका के मूल भागों को विस्तार से लिखें। यहाँ, आप अपने पाठकों को विषय के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे। अपनी विवरणिका में आप विषय के विभिन्न पहलुओं, विशेषताओं, उपयोग, फायदों और नुकसान आदि के बारे में लिख सकते हैं। अधिक रोचक बनाने के लिए आप यहाँ चित्र, संदर्भ और उदाहरण आदि का प्रयोग कर सकते हैं। यह आपके पाठकों को विषय को समझने में मदद करेगा।  
    4. संपर्क सूचना एवं संक्षिप्त सारांश : यह आपके लेख का अंतिम अनुच्छेद होता है। इसमें आप अपने विवरणिका के विषय का संक्षिप्त सार लिखें। यह आपके पाठकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भाग है। इसी से वे आपके विषय के प्रति निर्णय ले पाते हैं। विषय अथवा कार्यक्रम से जुड़ने के लिए पता, दूषभाष/भ्रमण-ध्वनि (मोबाइल) व अन्य संपर्क-सूत्र यहाँ दिए जा सकते हैं। 
    इन्हीं बिन्दुओं के आधार पर आप अपनी विवरणिका को लिख सकते हैं। 

    अभ्यास  -   
    आपके विद्यालय में होने वाले 'हिंदी दिवस समारोह' आगामी 14 सितंबर को होना है। इस कार्यक्रम की एक विवरणिका तैयार कीजिए। शब्द सीमा 200 शब्दों की है।
    उत्तर - 
    हिंदी दिवस का महत्व हमारी संस्कृति और समाज दोनों के लिए बढ़ता जा रहा है। हमारे विद्यालय में भी हर वर्ष की तरह इस वर्ष 'हिंदी दिवस समारोह' का महत्वपूर्ण कार्यक्रम 14 सितंबर को होना निश्चित हुआ है।

    हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में सभी सरकारी और गैर-सरकारी संगठन एक दिवसीय, साप्ताहिक, पाक्षिक अथवा पूरे महीने हिंदी हिंदी-सप्ताह, पखवाड़ा, अथवा हिंदी माह के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें से कुछ कार्यक्रमों में हमारे देश के मशहूर कवि, लेखक और विद्वानों के भाषण होंगे जो हिंदी भाषा और साहित्य के महत्व के बारे में बात करेंगे, तथा कवि सम्मेलन एवं नाटक, भाषण आदि की प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं।

    इस हमारे विद्यालय में हिंदी वक्तृत्व स्पर्धा का आयोजन किया जा रह है, जिससे छात्र-छात्राएँ भाषण-कौशल को स्थायी रूप से बढ़ा सकते हैं। दूसरी ओर, इस दिन के मौके पर हिंदी भाषा के उपयोग को संवेदनशीलता के साथ बढ़ावा देने के लिए कुछ रंगमंच नाटक भी आयोजित किए जाएंगे।

    हिंदी दिवस के कार्यक्रमों के माध्यम से हम हिंदी को अपनी मातृभाषा के महत्व को समझने और उसे और अधिक विस्तार देने के लिए संगठित होकर प्रयास करेंगे। इन कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानकारी तथा सहभाग लेने के लिए संपर्क कर सकते हैं। 
    मनीष कौशल 
      सचिव, हिंदी विभाग 
    विद्यालय का नाम  

      

    प्रचलित पोस्ट