निर्देश लेखन को 'अनुदेश लेखन' भी कहते हैं। यह एक लेखन शैली है जिसमें किसी कार्य को करने या किसी प्रक्रिया को समझाने के लिए स्पष्ट, सरल और व्यवस्थित तरीके से निर्देश दिए जाते हैं। इसका उद्देश्य पाठक या उपयोगकर्ता को किसी कार्य को बिना किसी भ्रम के सही तरीके से पूरा करने में सहायता करना होता है।
निर्देश / दिशा-निर्देश लेखन का मुख्य उद्देश्य किसी भी कार्य को व्यवस्थित और कुशलता से संपन्न करना है।
'निर्देश लेखन' और 'दिशा-निर्देश लेखन' के बीच मूल रूप से बहुत अधिक अंतर नहीं है, क्योंकि दोनों का उद्देश्य किसी कार्य या प्रक्रिया के लिए स्पष्ट और व्यवस्थित जानकारी प्रदान करना है। फिर भी, दोनों के बीच कुछ बारीक भिन्नताएँ होती हैं।
1. निर्देश लेखन:
- केंद्र: निर्देश लेखन में सीधे और संक्षिप्त तरीके से किसी विशेष कार्य को पूरा करने के लिए आवश्यक कदमों को समझाया जाता है।
- लक्ष्य: एक विशेष कार्य या प्रक्रिया पर केंद्रित।
- उदाहरण:
- परीक्षा कक्ष में पालन किए जाने वाले निर्देश।
- किसी उपकरण को चालू करने या उपयोग करने के तरीके।
- "कृपया पानी बचाने के लिए नल को बंद करें।"
2. दिशा-निर्देश लेखन:
- केंद्र: दिशा-निर्देश लेखन में व्यापक और विस्तृत तरीके से किसी प्रक्रिया, कार्य, या व्यवहार के लिए नियमों और अपेक्षाओं को प्रस्तुत किया जाता है।
- लक्ष्य: एक कार्य या प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए उपयोगी जानकारी और सुझाव प्रदान करना।
उदाहरण:
- किसी अभियान के लिए दिशा-निर्देश, जैसे स्वच्छता अभियान।
- यात्रा या आयोजन के लिए विस्तृत गाइडलाइन।
- स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों के पालन के लिए दिशा-निर्देश।
मुख्य अंतर:
पहलू | निर्देश लेखन | दिशा-निर्देश लेखन |
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स्वरूप | संक्षिप्त और सीधे। | विस्तृत और व्यापक। |
लक्ष्य समूह | कार्य विशेष को पूरा करने वाले लोग। | प्रक्रिया या अभियान से जुड़े सभी व्यक्ति। |
उदाहरण का स्वरूप | कदम-दर-कदम निर्देश। | नियम और सुझावों का संग्रह। |
संक्षेप में कहें तो, 'निर्देश लेखन' विशिष्ट और संक्षिप्त होता है, जबकि 'दिशा-निर्देश लेखन' अधिक विस्तृत और व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है। दोनों का उद्देश्य पाठक को मार्गदर्शन देना है, लेकिन उनका दायरा अलग-अलग होता है।
निर्देश लेखन की प्रमुख विशेषताएँ:
- स्पष्टता (Clarity): निर्देश स्पष्ट और संक्षिप्त होते हैं।
- सटीकता (Accuracy): सही और प्रासंगिक जानकारी दी जाती है।
- क्रमबद्धता (Sequence): सभी बिंदुओं को तर्कसंगत और क्रमबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया जाता है।
- आज्ञा वाचक वाक्य (Imperative sentence): अधिकतर वाक्य आज्ञा वाचक रूप में होते हैं।
- सीधी भाषा: जटिल शब्दों से बचा जाता है और भाषा पाठक के स्तर के अनुसार होती है।
उपयोग:
- शैक्षणिक क्षेत्र में: परीक्षाओं या प्रकल्प के लिए निर्देश।
- घरेलू उपयोग में: उपकरणों के उपयोग के लिए दिशा-निर्देश।
- सार्वजनिक क्षेत्र में: किसी कार्यक्रम, यात्रा या आयोजन के लिए निर्देश।
- सुरक्षा एवं स्वास्थ्य: आपातकालीन स्थितियों के लिए सुरक्षा निर्देश।
उदाहरण 1. आपके विद्यालय में अगले सप्ताह परीक्षा आयोजित होनी है। परीक्षा में सामिल होने वाले छात्रों को परीक्षा संबंधी प्रक्रियायों, सावधानियों आदि की जानकारी देने के लिए निम्नलिखित में से किसी एक उचित विधा का चुनाव करके अपना लेखन कार्य संपन्न कीजिए।
सूचना लेखन निर्देश लेखन प्रावरण लेखन
आदर्श उत्तर -
निर्देश लेखन
विद्यालय की परीक्षा के लिए निर्देश -
- समय का पालन करें: परीक्षा कक्ष में निर्धारित समय से कम से कम 15 मिनट पहले उपस्थित होना अनिवार्य है। विलंब होने पर परीक्षा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- पहचान पत्र साथ रखें: सभी विद्यार्थियों को अपने विद्यालय का पहचान पत्र परीक्षा के समय साथ रखना आवश्यक है।
- परीक्षा सामग्री: परीक्षा के लिए केवल अनुमति प्राप्त सामग्री, जैसे पेन, पेंसिल, रबर, और ज्योमेट्री बॉक्स साथ लाएं। गैर-आवश्यक सामग्री लाने से बचें।
- मोबाइल फोन का निषेध: परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाना सख्त वर्जित है।
- परीक्षा कक्ष में प्रवेश: परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले सभी विद्यार्थियों को चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा। अनुचित सामग्री पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- बैठने की व्यवस्था: अपनी सीट पर बैठने से पहले सीट नंबर और स्थान की पुष्टि करें। अन्यत्र बैठने की अनुमति नहीं होगी।
- उत्तर पुस्तिका का उपयोग: उत्तर पुस्तिका प्राप्त होने पर सबसे पहले अपना रोल नंबर, नाम (यदि निर्देशित हो), और अन्य विवरण सही-सही भरें।
- प्रश्न पत्र पढ़ने का समय: प्रश्न पत्र मिलने के बाद, पहले 10 मिनट केवल उसे ध्यानपूर्वक पढ़ने के लिए दिए जाएंगे। इस दौरान उत्तर लिखने की अनुमति नहीं होगी।
- लिखावट और प्रस्तुति: उत्तर पुस्तिका में उत्तर साफ-सुथरे और सुगठित तरीके से लिखें। गंदे या अस्पष्ट उत्तरों के लिए अंक कट सकते हैं।
- अनुशासन बनाए रखें: परीक्षा के दौरान अनुशासन का पालन करें। किसी भी प्रकार की अशांति या बातचीत अनुचित मानी जाएगी।
- सहायता की अनुमति नहीं: परीक्षा के दौरान एक-दूसरे से बात करना, किसी से सहायता लेना, या उत्तरों की नकल करना सख्त वर्जित है।
- समय प्रबंधन: सभी प्रश्नों को हल करने के लिए समय का उचित प्रबंधन करें। अंतिम समय में हड़बड़ी से बचें।
- उत्तर पुस्तिका का समर्पण: परीक्षा समाप्त होने पर उत्तर पुस्तिका को ध्यानपूर्वक अपने पर्यवेक्षक को सौंपें। अपनी उत्तर पुस्तिका अपने साथ ले जाने की अनुमति नहीं है।
- शिष्टाचार का पालन करें: परीक्षा समाप्त होने के बाद शांति बनाए रखें और अन्य विद्यार्थियों को परेशान न करें।
- विशेष परिस्थितियों में: यदि परीक्षा के दौरान कोई समस्या हो, जैसे प्रश्न पत्र में त्रुटि या अन्य कठिनाई, तो तुरंत पर्यवेक्षक को सूचित करें। बिना अनुमति कक्ष छोड़ने की कोशिश न करें।
उदाहरण 2. आपके विद्यालय में आगामी सप्ताह में छात्रों के लिए एक विदेश यात्रा का आयोजित होनी है। इस यात्रा में सामिल होने वाले छात्रों को यात्रा संबंधी प्रक्रियायों, सावधानियों, विशेष सूचनाओं आदि की जानकारी देने के लिए निम्नलिखित में से किसी एक उचित विधा का चुनाव करके अपना लेखन कार्य संपन्न कीजिए।
सूचना लेखन दिश-निर्देश लेखन प्रावरण लेखन
आदर्श उत्तर -
दिशा-निर्देश लेखन
विदेश यात्रा हेतु दिशा-निर्देश :
- सभी छात्र निर्धारित समय पर विद्यालय के मुख्य गेट पर एकत्रित हों। देरी करने वाले छात्रों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अपने साथ विद्यालय द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र और पासपोर्ट अवश्य रखें। दस्तावेज़ों की एक अतिरिक्त फोटोकॉपी अपने बैग में रखें।
यात्रा के दौरान विद्यालय द्वारा दिए गए समूह और प्रभारी शिक्षक का पालन करें। किसी भी स्थिति में समूह से अलग न हों।
अपने बैग में केवल आवश्यक वस्तुएं रखें, जैसे कपड़े, दवाइयां, और यात्रा से संबंधित आवश्यक सामग्री। अतिरिक्त और अनावश्यक सामान लाने से बचें।
यात्रा के दौरान अनुशासन बनाए रखें। सार्वजनिक स्थानों पर व्यवहार शिष्ट और मर्यादित होना चाहिए।
विमान यात्रा के लिए सुरक्षा जांच के सभी नियमों का पालन करें। ज्वलनशील पदार्थ, तेजधार उपकरण, या अन्य प्रतिबंधित सामग्री साथ न लाएं।
समूह के प्रभारी द्वारा दी गई यात्रा कार्यक्रम का ध्यानपूर्वक पालन करें। प्रत्येक गतिविधि के समय और स्थान का पालन करें।
यात्रा के दौरान विद्यालय का ड्रेस कोड (यदि लागू हो) का पालन करें और अपने पहनावे को संस्कृति और मौसम के अनुसार रखें।
किसी भी समस्या या कठिनाई के मामले में तुरंत अपने समूह के प्रभारी शिक्षक को सूचित करें।
अपने पास थोड़ा नकद और डेबिट/क्रेडिट कार्ड रखें। पैसों का उपयोग सोच-समझकर करें।
विदेश में स्थानीय नियमों और कानूनों का सम्मान करें। किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल न हों।
भोजन और पानी का ध्यान रखें। केवल स्वच्छ और सुरक्षित भोजन का ही सेवन करें। अनजान स्रोतों से खाना खाने से बचें।
महत्वपूर्ण सामान, जैसे पासपोर्ट, वीजा, और मूल्यवान वस्तुएं अपने साथ सुरक्षित रखें। इन्हें दूसरों को न सौंपें।
यात्रा के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखें। किसी भी प्रकार का कचरा सार्वजनिक स्थानों पर न डालें।
यात्रा समाप्त होने के बाद सभी छात्र निर्धारित समय पर वापस विद्यालय पहुंचें और अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं।
इन दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने से यात्रा सुरक्षित, आनंदमय और सुव्यवस्थित रहेगी।
इसी प्रकार अब आप निम्नलिखित विषयों पर निर्देश अथवा दिशा निर्देश लिखने का अभ्यास कर सकते हैं।
अभ्यास प्रश्न
अभ्यास प्रश्न:
इन प्रश्नों के अभ्यास से आपको विभिन्न अवसरों पर दिशा-निर्देश लेखन का अभ्यास मिलेगा और वे बेहतर ढंग से इसे समझ पाएंगे।