रविवार, 22 दिसंबर 2024

व्यक्तिगत बयान✍️लेखन (Personal statement)

ऑनलाइन व्यक्तिगत बयान लेखन 
यह एक ऐसा दस्तावेज़ है जिसमें व्यक्ति अपने अनुभव, लक्ष्यों, प्रेरणाओं, क्षमताओं और उपलब्धियों  को संक्षेप में व्यक्त करता है। यह बयान विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखा जाता है, जैसे महाविद्यालय / विश्वविद्यालय प्रवेश, नौकरी आवेदन,  शैक्षिक छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप), अनुदान (फेलोशिप) आवेदन अथवा स्वयंसेवी कार्य हेतु इत्यादि। इसका मुख्य उद्देश्य यह होता है कि व्यक्ति अपनी योग्यता और उपयुक्तता को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करना।

व्यक्तिगत बयान में व्यक्ति अपनी शैक्षिक पृष्ठभूमि, पेशेवर अनुभव, और भविष्य के उद्देश्यों को स्पष्ट करता है। यह भी बताता है कि वह क्यों उस विशेष संस्थान, कार्य, या अवसर के लिए उपयुक्त है। एक अच्छा व्यक्तिगत बयान उम्मीदवार की व्यक्तिगत विशेषताओं, अनुभवों और उद्देश्य को एक स्पष्ट और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करता है। यह बयान किसी भी आवेदन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है, क्योंकि यह व्यक्ति को अपनी योग्यता और उद्देश्य के बारे में अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने का अवसर देता है। इसके माध्यम से आवेदनकर्ता यह दिखा सकता है कि वह क्यों उस अवसर के लिए सही उम्मीदवार है। व्यक्तिगत बयान आमतौर पर शैक्षिक, पेशेवर या व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए उपयोगी होता है और यह व्यक्ति की पात्रता और उद्देश्य को प्रमुखता से प्रस्तुत करता है।

व्यक्तिगत बयान में निम्नलिखित बातें शामिल हो सकती हैं:

  • परिचय: अपने बारे में संक्षिप्त जानकारी दें।
  • शैक्षिक और व्यावसायिक अनुभव: अपने शिक्षा और कार्य अनुभवों के बारे में लिखें।
  • लक्ष्य और उद्देश्य: आप जो भी करना चाहते हैं, उसके बारे में स्पष्ट रूप से बताएं।
  • क्यों यह अवसर/संस्थान/कार्य आपके लिए उपयुक्त है: आप क्यों इस अवसर के लिए सही उम्मीदवार हैं, इसे व्यक्त करें।
  • आखिर में समापन: अपने बयान को संक्षिप्त रूप में निष्कर्षित करें।

प्रारूप:

  1. शीर्षक: व्यक्तिगत बयान
  2. परिचय: संक्षिप्त जानकारी (नाम, पता, संपर्क सूत्र, तिथि
  3. मुख्य भाग:
    • शैक्षिक/व्यावसायिक अनुभव, कौशल और उपलब्धियाँ 
    • उद्देश्य और लक्ष्य
    • आपके लिए यह अवसर क्यों उपयुक्त है
  4. निष्कर्ष: समापन व संक्षिप्त विचार

यह प्रारूप आपके उद्देश्य के अनुसार कस्टमाइज़ किया जा सकता है।

महत्त्व: 

"व्यक्तिगत बयान" (Personal Statement) का उपयोग दैनिक जीवन में विभिन्न स्थितियों में किया जा सकता है, विशेषकर जब किसी व्यक्ति को अपनी विशेषताओं, उद्देश्यों, या अनुभवों को किसी विशेष संदर्भ में साझा करना हो। इसे निम्नलिखित संदर्भों में उपयोग किया जा सकता है:

  1. शैक्षिक आवेदन: जब कोई छात्र विश्वविद्यालय या कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन करता है, तो उसे एक व्यक्तिगत बयान की आवश्यकता हो सकती है। इस बयान में छात्र अपनी शैक्षिक पृष्ठभूमि, उद्देश्यों, और उस संस्थान में क्यों अध्ययन करना चाहता है, यह बताता है।
  2. छात्रवृत्ति / अनुदान आवेदन: स्कॉलरशिप या फेलोशिप के लिए आवेदन करते समय, एक व्यक्तिगत बयान की आवश्यकता हो सकती है जिसमें व्यक्ति अपनी अकादमिक उपलब्धियों, लक्ष्यों, और क्यों वह उस स्कॉलरशिप के लिए उपयुक्त है, इसे दर्शाता है।
  3. नौकरी आवेदन: जब कोई व्यक्ति नौकरी के लिए आवेदन करता है, तो उसे अपने अनुभव, कौशल और भविष्य के उद्देश्य को व्यक्तिगत बयान के रूप में प्रस्तुत करना पड़ सकता है। यह बयानों के रूप में हो सकता है जो उम्मीदवार की व्यक्तिगत क्षमताओं और कार्यों को दर्शाते हैं।
  4. स्वयंसेवी कार्य या इंटर्नशिप: कई बार, जब आप किसी स्वयंसेवी कार्य या इंटर्नशिप के लिए आवेदन करते हैं, तो एक व्यक्तिगत बयान की आवश्यकता हो सकती है जिसमें आप अपनी रुचियों, प्रेरणाओं और उस कार्य के लिए अपनी उपयुक्तता को व्यक्त करते हैं।
  5. व्यक्तिगत या पेशेवर उद्देश्य: कभी-कभी, किसी व्यक्ति को अपनी उपलब्धियों, कार्यों या भविष्य के उद्देश्यों को स्पष्ट करने के लिए व्यक्तिगत बयान की आवश्यकता होती है, जैसे कि पेशेवर नेटवर्किंग, या अन्य पेशेवर उद्देश्यों के लिए।

उदाहरण:

आपको किसी महाविद्यालय में प्रवेश के लिए एक शैक्षिक आवेदन करना हैअपने आवेदन के साथ अपना व्यक्तिगत बयान 400 से 600 शब्दों में लिखिए है, इसमें आप अपनी शैक्षिक योग्यता,  रुचियों, उपलब्धियों और उद्देश्य आदि को स्पष्ट कर सकते हैं 

महाविद्यलय में प्रवेश हेतु व्यक्तिगत बयान

मेरा नाम [आपका नाम] है, और मैं एक समर्पित और उत्साही छात्र हूँ, जिसे [विषय का नाम] में गहरी रुचि है। मेरी शिक्षा और अनुभव ने मुझे इस क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को विकसित करने और इसे अपने करियर का आधार बनाने के लिए प्रेरित किया है। मैं [विश्वविद्यालय/संस्थान का नाम] में [पाठ्यक्रम का नाम] में प्रवेश लेना चाहता हूँ, क्योंकि यह पाठ्यक्रम मेरे शैक्षिक और व्यावसायिक लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होगा।

मेरी शैक्षिक यात्रा [स्कूल/कॉलेज का नाम] से शुरू हुई, जहाँ मैंने [मुख्य विषय] में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। [कक्षा/ग्रेड का नाम] में, मैंने [उल्लेखनीय परियोजना या उपलब्धि] पर काम किया, जिसने मुझे विषय के व्यावहारिक पहलुओं को समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने मेरी समस्या-समाधान और अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ावा दिया।

मुझे [संबंधित क्षेत्र या गतिविधि] में गहरी रुचि है, और मैंने इस क्षेत्र में अपनी समझ को बेहतर बनाने के लिए [कोर्स, वर्कशॉप या इंटर्नशिप] में भाग लिया है। उदाहरण के लिए, [किसी प्रोजेक्ट या अनुभव का वर्णन करें]। इस अनुभव ने मुझे विषय के प्रति और अधिक प्रेरित किया और मुझे अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से निर्धारित करने में मदद की।

[विश्वविद्यालय/संस्थान का नाम] का [पाठ्यक्रम का नाम] मुझे [विशिष्ट कौशल, अनुसंधान, या विशेषज्ञता] विकसित करने का अवसर देगा। मैंने इस पाठ्यक्रम के विषय-वस्तु का गहराई से अध्ययन किया है और यह पाया है कि इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली [स्पष्ट पाठ्यक्रम सुविधाएँ, जैसे अनुसंधान अवसर, प्रोजेक्ट, या व्यावहारिक अनुभव] मेरी रुचियों और उद्देश्यों से मेल खाते हैं।

मेरे दीर्घकालिक लक्ष्य [आपके दीर्घकालिक उद्देश्य, जैसे करियर या अनुसंधान] हैं। मुझे विश्वास है कि [विश्वविद्यालय/संस्थान का नाम] से प्राप्त ज्ञान और अनुभव मुझे इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेंगे। मैं न केवल अपने व्यक्तिगत विकास के लिए, बल्कि समाज में योगदान देने के लिए भी इस अवसर का उपयोग करना चाहता हूँ।

मैं [विश्वविद्यालय/संस्थान] में एक सक्रिय छात्र बनने और इस संस्थान की शैक्षिक और सांस्कृतिक विविधता में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मुझे विश्वास है कि यह पाठ्यक्रम मेरे शैक्षिक और व्यावसायिक जीवन के लिए एक मजबूत नींव स्थापित करेगा।

धन्यवाद।

[आवेदक का नाम व हस्ताक्षर

इस प्रकार, व्यक्तिगत बयान का उपयोग नौकरी आवेदन, छात्रवृत्ति या स्वयंसेवी संगठन जैसे जीवन के विभिन्न पहलुओं में अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए किया जाता है।
अन्य सहायक सामग्री - 

प्रावरण✍️लेखन (Cover Page)

प्रावरण (Cover Page) किसे कहते हैं?

किसी पुस्तक, प्रकल्प, शोध-प्रबंध अथवा रिपोर्ट आदि के बाहरी आवरण को 'प्रावरण' कहते हैं, जो उसके विधा, विषय और लेखक / प्रकाशक / संकलनकर्ता आदि बारे में पहली जानकारी प्रदान करता है। इसे आकर्षक और जानकारीपूर्ण बनाया जाता है जिससे  यह पाठक को इसे पढ़ने के लिए इनकी ओर आकर्षित कर सके।

प्रावरण का महत्व

  1. पहचान: पाठक को विषय और लेखक का परिचय देता है।
  2. आकर्षण: पाठक को सामग्री पढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
  3. सूचनात्मक: इसमें शीर्षक, लेखक का नाम, संस्थान का नाम और प्रकाशन वर्ष आदि शामिल होती है।
  4. प्रस्तुति: प्रावरण सामग्री की प्रस्तुति को प्रभावी और व्यवस्थित बनाता है।

प्रावरण लिखने का प्रारूप

इसे बनाते समय निम्नलिखित बातों को अवश्य शामिल करना चाहिए:

  • शीर्षक: स्पष्ट और केंद्र में लिखा हो।
  • लेखक का नाम: शीर्षक के नीचे।
  • संस्थान का नाम: लेखक के नाम के नीचे।
  • विषय का नाम: केंद्र में।
  • तिथि और वर्ष: नीचे।
  • डिजाइन / बोर्डर: सरल, स्वच्छ, और आकर्षक।

प्रावरण का  उदाहरण : 

प्रावरण

शीर्षक / पुस्तक / प्रकल्प का नाम 

अंतरजाल में हिंदी का विकास और संभावनाएँ 

लेखक / संपादक का नाम 

अरविन्द बारी 

संस्थान का नाम

इंडीकोच इंटरनेशनल, मुंबई (भारत)

विषय 

हिंदी भाषा और साहित्य 

तिथि  / प्रकाशन वर्ष 

22 दिसंबर 2024

डिजाईन अथवा चित्र 

विषयानुसार कोई एक चित्र / कोई कलात्मक चित्र  

सजावटी बोर्डर 

सुंदर  आकर्षक बनाने केलिए सजावटी बॉर्डर

निष्कर्ष : 

प्रावरण किसी भी पुस्तक, प्रोजेक्ट, या रिपोर्ट का प्रथम प्रभाव प्रस्तुत करता है। यह न केवल विषय की जानकारी प्रदान करता है बल्कि सामग्री की ओर पाठक का ध्यान आकर्षित करता है। एक सुव्यवस्थित और आकर्षक प्रावरण प्रोजेक्ट या रिपोर्ट की गुणवत्ता को बढ़ाता है। इसके निर्माण में सटीकता, सौंदर्य, और सूचनात्मकता का ध्यान रखना आवश्यक है। एक प्रभावी प्रावरण विषय के महत्व को दर्शाने का माध्यम है।
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शनिवार, 21 दिसंबर 2024

समाचार रिपोर्ट लेखन 📰 (News report)

रिपोर्ट लेखन के तहत आधिकारिक रिपोर्ट और समाचार रिपोर्ट दोनों की जानकारी होनी आवश्यक है, इन दोनों के उद्देश्य, स्वरूप और लेखन शैली में महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। 
आइए, इन दोनों के बीच के अंतर को समझते हैं:

1. आधिकारिक रिपोर्ट (Official Report):

आधिकारिक रिपोर्ट सरकारी, प्रशासनिक, या किसी संगठन द्वारा तैयार की जाती है, और इसका उद्देश्य किसी विशेष मुद्दे, योजना, नीति या गतिविधि का विस्तृत विश्लेषण करना होता है। यह रिपोर्ट अधिकतर पेशेवर, औपचारिक और विश्लेषणात्मक होती है।


विशेषताएँ:

  • लक्ष्य: आधिकारिक रिपोर्ट का मुख्य उद्देश्य किसी योजना, नीति या कार्य की समीक्षा करना और इसके परिणामों, प्रभावों या आवश्यकताओं का विश्लेषण करना है।
  • शैली: यह रिपोर्ट अधिक औपचारिक और तकनीकी होती है। इसमें जटिल आंकड़े, डेटा, और विश्लेषण शामिल होते हैं।
  • विषय: इसमें सामान्यत: सरकारी या संस्थागत कार्यों, योजनाओं, परियोजनाओं, या विभागीय कार्यों की जानकारी दी जाती है।
  • प्रस्तुति: इसमें उद्देश्य, पद्धति, परिणाम, निष्कर्ष और सिफारिशें होती हैं।
  • उदाहरण: किसी सरकारी परियोजना की प्रगति रिपोर्ट, कंपनी के वार्षिक रिपोर्ट, या किसी सरकारी विभाग द्वारा प्रस्तुत की गई किसी योजना की समीक्षा।

2. समाचार रिपोर्ट (News Report):

समाचार रिपोर्ट का उद्देश्य ताजे समाचार, घटनाओं और तथ्यों को त्वरित, संक्षिप्त और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना होता है। यह रिपोर्ट आम जनता के लिए होती है और इसका उद्देश्य सूचित करना होता है, न कि विश्लेषण करना।

विशेषताएँ:

  • लक्ष्य: समाचार रिपोर्ट का उद्देश्य किसी घटना, दुर्घटना, या स्थिति के बारे में त्वरित और सही जानकारी देना है।
  • शैली: यह रिपोर्ट सामान्यत: तटस्थ और संक्षिप्त होती है। इसमें पत्रकारिता की तकनीक का पालन किया जाता है, जैसे '5W और 1H' (Who, What, Where, When, Why, How)।
  • विषय: इसमें वर्तमान घटनाओं, राजनीतिक घटनाओं, खेल, मनोरंजन, आपदाओं, या अन्य सामयिक मुद्दों का विवरण होता है।
  • प्रस्तुति: इसमें घटना का सारांश, मुख्य तथ्य, और कभी-कभी उद्धरण होते हैं।
  • उदाहरण: किसी प्रमुख शहर में बाढ़ के कारण होने वाली घटनाओं की रिपोर्ट, किसी खेल मुकाबले का परिणाम, या किसी राष्ट्रीय राजनीतिक नेता का बयान।

आधिकारिक रिपोर्ट और समाचार रिपोर्ट में अंतर

विशेषता        आधिकारिक रिपोर्ट                        समाचार रिपोर्ट
लक्ष्य    विश्लेषण और समीक्षा            ताजे समाचार या घटनाओं की सूचना देना
विषय    सरकारी या संस्थागत कार्य, योजनाएँ, नीतियाँ            सामयिक घटनाएँ, दुर्घटनाएँ, और समाचार
शैली    औपचारिक, तकनीकी, और विश्लेषणात्मक            संक्षिप्त, तटस्थ, और सरल
प्रस्तुति    उद्देश्य, पद्धति, परिणाम, निष्कर्ष, सिफारिशें            घटना का सारांश, मुख्य तथ्य, उद्धरण
उदाहरण    सरकारी योजनाओं की समीक्षा, विभागीय रिपोर्ट            बाढ़, दुर्घटना, खेल परिणाम, राजनीतिक बयान

🗞️समाचार रिपोर्ट लेखन 

समाचार रिपोर्ट लेखन एक विशेष प्रकार की लेखन प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य किसी घटना, स्थिति, या जानकारी को तटस्थ, संक्षिप्त और सटीक रूप में प्रस्तुत करना है। यह एक पत्रकारिता विधा है, जिसमें तथ्यात्मक जानकारी दी जाती है और लेखक का व्यक्तिगत दृष्टिकोण या टिप्पणी नहीं होती। समाचार रिपोर्ट में घटनाओं का वस्तुपरक विवरण दिया जाता है।

महत्व:

  1. यह आम जनता को विश्वसनीय और तटस्थ जानकारी प्रदान करती है।
  2. यह लोगों को समाज, देश और दुनिया में हो रही घटनाओं से जोड़ता है।
  3. समाचार रिपोर्ट के माध्यम से लोग विभिन्न घटनाओं और जानकारी से अवगत होते हैं।
  4. समाचार रिपोर्ट समाज को प्रभावित करती है, क्योंकि यह जनता की जागरूकता और निर्णय लेने में मदद करती है।

समाचार रिपोर्ट का प्रारूप:

  1. शीर्षक (Intro): छोटा, प्रभावी, और ध्यान आकर्षित करने वाला।
  2. लेड (Lead): मुख्य घटना या जानकारी का कालक्रमानुसार सारांश।
  3. मुख्य विवरण (Body): घटना का विस्तृत विवरण, उद्धरण / वक्तव्य और अन्य प्रासंगिक जानकारी।
  4. समाप्ति (Conclusion): रिपोर्ट का निष्कर्ष या भविष्य की दिशा, यदि आवश्यक हो, तो दी जाती है।

समाचार रिपोर्ट का उदाहरण:

Content in Box

दिनाँक : 21 दिसंबर 2024

मुंबई में भारी बारिश, शहर की सड़कों पर जलभराव

आज सुबह मुंबई में मूसलधार बारिश हुई, जिससे शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया और यातायात व्यवस्था चरमरा गई। भारी बारिश के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

मुंबई में सुबह 7 बजे से बारिश शुरू हुई, जो 10 बजे तक जारी रही। मध्य मुंबई, दक्षिण मुंबई, और उपनगरों में जलभराव के कारण स्कूलों और ऑफिसों के समय में देरी हुई। मरीन ड्राइव, सायन, और बांद्रा जैसी प्रमुख सड़कों पर जलभराव हुआ। मुंबई महानगर पालिका ने जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त बंकरों और बोटों का प्रबंध किया है।

"हमारी टीम पानी की निकासी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है," बीएमसी अधिकारी ने कहा।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बारिश की संभावना जताई है। शहरवासियों से सतर्क रहने की अपील की गई है।

समाचार रिपोर्ट लिखते समय सावधानियाँ:

  1. सच्चाई और तथ्य: रिपोर्ट में हमेशा सटीक और सत्य जानकारी का ही उल्लेख करें।
  2. तटस्थता: लेखक को रिपोर्ट में किसी प्रकार का व्यक्तिगत विचार या पक्ष नहीं रखना चाहिए।
  3. स्पष्टता: रिपोर्ट को संक्षिप्त और स्पष्ट रूप से लिखें ताकि पाठक आसानी से समझ सके।
  4. संवेदनशीलता: किसी भी संवेदनशील मुद्दे को संयमित और जिम्मेदारी से प्रस्तुत करें।
  5. भाषा का सही प्रयोग: सरल और प्रभावी भाषा का उपयोग करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इसे समझ सकें।

समाचार लेखन के प्रकार :

  1. घटनात्मक समाचार 

    • किसी विशेष घटना पर आधारित।
    • जैसे: दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, खेल प्रतियोगिता।
  2. विश्लेषणात्मक समाचार

    • किसी घटना का विश्लेषण।
    • जैसे: राजनीतिक घटनाएँ, सामाजिक मुद्दे।
  3. फीचर लेख

    • रोचक और प्रेरणादायक घटनाओं पर आधारित।
  4. संपादकीय समाचार

    • संपादक की दृष्टि और राय के साथ।

निष्कर्ष : 

समाचार लेखन केवल सूचना का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि यह समाज को जागरूक और शिक्षित करने का माध्यम भी है। एक सफल समाचार लेखन वही है, जो सत्य, निष्पक्ष और पाठक के लिए उपयोगी हो।
नई शब्दावली

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