मंगलवार, 28 फ़रवरी 2023

संवाद लेखन

संवाद से आप क्या समझते हैं?
दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच हुई आपसी /सार्वजनिक बातचीत को संवाद (dialogue) कहते हैं। इसमें इन व्यक्तियों के बीच किसी विषय पर विचार-विमर्श (discussions) हो सकता है जो आमतौर पर सहयोग, समझौता, विश्वास आदि के साथ हो सकता है। 

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संवाद लेखन :

संवाद लेखन दो या अधिक व्यक्तियों के बीच होने वाली बातचीत को लिखित रूप में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया है। यह एक ऐसी विधि है जिसका उपयोग लोग आमतौर पर रेडियो वार्ता, टीवी., नाटक, कथा-कहानी, साक्षात्कार आदि के लिए तथा विद्यालय, महाविद्यालय और कार्यालयों में अपनी बातचीतों को दस्तावेज़ों के माध्यम से संग्रहीत करने के लिए करते हैं। यह उन बातों को शामिल करता है जो व्यक्तियों द्वारा कही गई थीं, जैसे कि उनकी सोच और विचारों शब्द-बद्ध करना ही वास्तव में संवाद लेखन है।

संवाद लेखन में लिखावट, वाक्य रचना, शब्दावली और वाक्य लंबाई आदि सभी बातें महत्वपूर्ण होती हैं। इसके अलावा, संवाद लेखन में सही जगह पर प्रतिस्पर्धा और पाठकों के समझ को बढ़ाने के लिए उचित पंक्ति रिक्तियों का उपयोग भी किया जाता है।

संवाद लेखन के नियम:

  1. संवाद लेखन के लिए सरल वाक्यों का उपयोग करें। 
  2. संवाद को स्पष्ट और संक्षेप में लिखें जाने चाहिए।
  3. संवाद में सटीक विवरण देना चाहिए।
  4. वाक्य संगठन और विराम चिह्नों का उपयोग करें जिससे संवाद पढ़ने में सहज लगे।
  5. संवाद की भाषा चरित्रों के अनुरूप होने चाहिए। 
उदाहरण  - 
क) माँ के साथ सब्जी खरीददारी का संवाद लेखन अपने शब्दों में लगभग 120 शब्दों में कीजिए।
एक दिन मैंने माँ को बताया कि हमारे घर की सब्जियाँ खत्म हो गई हैं। माँ ने मुझे बताया कि उन्हें भी बाजार से कुछ खरीदना होगा। हमने सोचा कि हम सब्जी के लिए बाजार जाकर खरीदारी करेंगे।
मैं -  "माँ, हम कौन सी सब्जियाँ खरीदेंगे?"
माँ -  "हम आज टमाटर, प्याज, आलू और गाजर खरीदेंगे। शाम के खाने में ये सब्जियाँ बहुत जरूरी होती हैं।"
मैं -  "माँ, आपको कौन सी जगह से सब्जी खरीदनी है?"
माँ - "हम नजदीकी सब्जी मंडी जाएंगे। वहाँ सब्जियाँ सस्ती और ताजे मिलती हैं।"
मैं - "क्या मैं आपके साथ जा सकता हूँ?"
माँ  - "हां, बेटा। तुम मेरे साथ जा सकते हो। हम साथ में खरीदारी करेंगे।"
इसी तरह हम दोनों ने सब्जी मंडी जाकर सब्जियाँ खरीदीं। हमने सस्ते और ताजे सब्जियों को खरीदा और घर वापस आ गए। इससे हमने न केवल पैसों की बचत की बल्कि घर पर ताजे सब्जियाँ भी खरीदी।


ख़) दो मित्रों के बीच खेलने के लिए संवाद - 
रोहित: हेलो विवेक, क्या खेलें आज?
विवेक: हम क्रिकेट खेल सकते हैं, रोहित। आज मौसम भी अच्छा है।
रोहित: ठीक है। हमें किसी पार्क में जाना चाहिए।
विवेक: ठीक है। हम अपनी बैट और गेंद ले लेंगे।
रोहित: मुझे लगता है कि हमें कुछ और भी खेलना चाहिए।
विवेक: मतलब?
रोहित: अरे ! खेलते हुए थक गए तो क्या करेंगे? कुछ खाने को तो चाहिए न?
विवेक:  मैं केले और अंगूर रख लूँगा। हम क्रिकेट के बाद थोड़े फल खाकर फ्रिस्बी भी खेलेंगे।
रोहित: अच्छा है। तब हम शाम को बहुत मजे करेंगे।
विवेक: हाँ, बिल्कुल। हम फल, मिठाई अथवा नमकीन कुछ खा भी सकते हैं।
रोहित: आज का दिन बहुत खुशहाल होने वाला है।
रोहित: हाँ, बिल्कुल। मैं बहुत उत्साहित हूं कि बहुत दिन बाद आज शाम हम साथ मज़ेदार वक्त बिताएंगे।

ख)  निम्नलिखित विडियो को देखकर उसके संवाद बोलकर/लिखकर कक्षा में अभ्यास कीजिए। 

                                                                                                                                                         सौजन्य : यू-ट्यूब 

ग) हिंदी परीक्षा की चर्चा कराते हुए मीना और रीना नामक दो सखियों के बीच का संवाद लिखिए। 
उत्तर -
मीना: हेलो रीना, तुम हिंदी के लिए तैयार कैसे हो रही हो?
रीना: नमस्ते मीना, मैं अच्छी तरह से तैयार हो रही हूँ। हमारी परीक्षा कठिन हो सकती है लेकिन मैंने अध्ययन किया है और पूरी तैयारी की है। तुमने कैसा तैयारी किया है?
मीना: मैं भी अच्छी तरह से तैयार हूँ, लेकिन मुझे लगता है कि हिंदी अधिक कठिन होगी। मैंने कुछ नए शब्द सीखे हैं लेकिन अभी भी मुश्किल होती है।
रीना: नहीं मीना, तुम निराश न हो। तुमने अच्छी तैयारी की है और यदि तुम जोर लगाकर पढ़ती हो, तो तुम सफलता हासिल कर सकती हो। मैं आपकी मदद कर सकती हूं, क्या तुम मुझसे मदद चाहती हो?
मीना: हाँ, बहुत धन्यवाद। मैं जोर जोर से पढ़ने की कोशिश करूंगी लेकिन अगर कोई समस्या होती है, तो मैं तुमसे संपर्क करूंगी।
रीना: बिल्कुल, तुम जब चाहो मुझसे संपर्क कर सकती हो। हम साथ मिलकर इस परीक्षा को निभाएंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।
 

गृह कार्य : अपने मित्र/सहेली के साथ इस सप्ताहांत (वीकेंड्स) पर मौज-मस्ती की योजना बनाते हुए अपनी बातचीत का संवाद लेखन 120 शब्दों में कीजिए।
आप अपने लेखन में निम्नलिखित बिन्दुओं को अवश्य शामिल करें - 
  1. समय, स्थान (places)और क्रिया-कलाप (activities)  
  2. खाने-पीने में क्या लेना पसंद करेंगे?
  3.  अपने साथ किनको ले जाएंगे?
आपके लेखन की अंतर्वस्तु के लिए 2 अंक और उचित भाषा शैली के लिए 5 अंक देय होंगे।

सोमवार, 27 फ़रवरी 2023

नए घर की समीक्षा (Home review)

हाल ही आपने एक नया घर लिया है। आपका घर की आपको कैसा लगा इसकी समीक्षा करते हुए ब्लॉग (चिट्ठा) लिखिए। अपने लेख में निम्नलिखित बाते अवश्य शामिल करें। 

  1. सपनों का घर 
  2. इसकी बनावट साज-सज्जा
  3. आस-पास का वातावरण 

आपका ब्लॉग लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे। 

 
                                    सौजन्य: गूगला इमेज 

उत्तर -  गृह -----------> चिट्ठाकार -------------> ब्लाग का पन्ना

मेरा नया घर, सपनों का घर 

मैंने हाल ही में एक नया घर खरीदा है। यह मेरे सपनों की नींव है जिसे मैंने अंततः पूरा किया है। यह एक दो मंजिला विला है जो एक शांत और बेहतरीन कॉलोनी में स्थित है।                          जब आप घर में प्रवेश करेंगे, तो सामने ही बहुत बडा और खुला बरामदा है जो लिविंग रूम, भोजन कक्ष (डाइनिंग रूम) और एक विशाल रसोई (किचन) को जोड़ता हुआ बना है। इसके बाएँ दरवाजे से आप सीधे मेरे बगीचे के लिए बाहर भी जा सकते हैं। मेरा बगीचा जो खूबसूरत  पौधों से भरा हुआ है। 

दूसरे तल में तीन बड़े शयन-कक्ष (बेडरूम) हैं, जो अपने खास सुविधाओं से संपन्न हैं। सबसे बड़े वाला बेडरूम मास्टर बेडरूम है, जो एक विशाल स्नानागार (बाथरूम) से जुड़ा हुआ है। इस कमरे की खिड़की से पश्चिमी तरफ का नजारा देखा जा सकता है, जिसमें सीधा समुद्र दिखता है।

घर का आंतरिक साज-सज्जा (इंटीरियर) और असबाब (फर्नीचर) बहुत ही सुंदर और आकर्षक है। उसमें कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और स्नानागार की आधुनिक सुविधाएं जैसे शावर, गर्म-पानी, नहाने का तब आदि  शामिल हैं। इसके अलावा, घर के आस-पास सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे की बाजार, अस्पताल, स्कूल व्यायामशाला (जिम) और सार्वजनिक बगीचे व खेल के मैदान आदि।

मुझे इस घर की जो बात सबसे अधिक पसंद है वह है इसकी स्थानीयता (लोकलिटी) और शांत माहौल। यहाँ रहने में मैं सुख और शांति का अनुभव करता हूँ। इससे मेरी रोजमर्रा की जिंदगी में एक नई ऊर्जा और उत्साह महसूस होता है।

यदि आप भी अपने सपने के घर कि तलास मे हिन तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकेगा। एक बार इस ओर आकार जरूर अनुभव कर जाएँ। आपको मदद करने में मुझे खुशी होगी।

धन्यवाद।

        अरविंद 


एक अच्छा ब्लॉग लिखने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करना उचित होगा:

  1. विषय (topic) का चयन करें: एक ब्लॉग लिखने से पहले, विषय का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। आप एक विषय का चयन कर सकते हैं जिसमें आपके रुझान है, अध्ययन या अनुभव होता है या जिस विषय पर आपको अधिक जानकारी है।
  2. विषय के अनुरूप शीर्षक चुने: ब्लॉग लिखते समय ध्यान रखें कि आप अपने पाठकों को क्या सिखाना चाहते हैं। आप उनकी समस्याओं को हल करने के लिए उन्हें सलाह देने या उन्हें कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं, उसे के अनुरूप अपना शीर्षक लिखें।
  3. विषय पर आधारित प्रस्तावना: अपने ब्लॉग को संगठित ढंग से लिखने के लिए, आपके शीर्षक और विषय से मिलता-जुलता साधारण शब्दों में विषय का परिचय देने वाला एक अनुच्छेद और संक्षेप में उसकी जानकारी लिखे।
  4. स्पष्ट भाषा का उपयोग करें: आपको स्पष्ट भाषा का उपयोग करना चाहिए ताकि आपके पाठकों को समझने में आसानी हो। विभिन्न उपयुक्त वाक्यांशों, मुहावरों, लोकोक्तियों, उदाहरणों, सांख्यिकी (statistics), उद्धरण, घोष वाक्य आदि का उपयोग करते हुए लिखें। 
  5. समापन (Conclusion) :  अंत में अपने विषय को समाहित करते हुए आपके व्यक्तिगत विचारों व अनुभवों के साथ समाप्त करें। अंत में आपका नाम बतौर चिट्ठाकार (Bloger) अवश्य लिखें। 
      

आपके अध्ययन और अध्यापन से जुड़े विभिन्न विषयों पर हमारी ओर से अपडेट पाने के लिए सदस्यता और फॉलो बटन का उपयोग करें। यदि आपको कोई टिप्पणी, सुझाव अथवा प्रतिक्रिया देनी है तो टिप्पणी मे अवश्य लिखें। धन्यवाद।     

रेस्तराँ (restaurant) की समीक्षा

एक रेस्तरां की समीक्षा में निम्नलिखित बातें शामिल की जानी चाहिए:

  1. रेस्तरां का नाम और वहाँ की सुविधाएँ जैसे कि स्थान, वातावरण, सेवा आदि।
  2. भोजन की गुणवत्ता, स्वाद और मूल्य।
  3. कैसे रेस्तरां की सेवा थी? क्या ऑर्डर समय पर उपलब्ध हुआ था? 
  4. क्या स्टाफ ने आपके सभी सवालों का जवाब दिया और उनकी आपके प्रति सेवा कैसी थी?
  5. भोजन के दौरान आपका अनुभव कैसा रहा?
  6. आपको अपने भोजन का स्वाद और परोसने का ढंग दोनों ही पसंद आये?
  7. रेस्तरां में खाद्य पदार्थों के मूल्य के सम्बन्ध में आपकी राय क्या है?
  8. भोजन के स्वादिष्ट, गुणवत्ता मे अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक था?  
  9. रेस्तरां द्वारा बताये गए मूल्य में कोई छूट अथवा ऑफर उपलब्ध कराये गए?
  10. क्या आप अपने मित्रों और परिवार में इस रेस्तरां की अनुसंशा /सुझाव देंगे।

इनके अतिरिक्त, आप रेस्तरां में किसी भी विशेष संदर्भ के साथ जुड़े अपने अनुभवों को भी समीक्षा में शामिल कर सकते हैं।

अभ्यास प्रश्न 

हाल ही आपके घर के पास में एक नया हॉटेल / रेस्तरां (Restaurant) खुला है। अपने किसी मित्र/सहेली को इस  रेस्तरां की समीक्षा करते हुए एक ई-मेल/पत्र  लिखकर बताइये कि रेस्तरां के बारे में आपकी क्या राय है? 

आपके ई-मेल में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए।

  1. रेस्तरां का विवरण (आंतरिक और बाहरी सज्जा), सेवाएँ (बैठने का स्थान, माहौल, पार्किंग आदि।) 
  2. आपने अपने खाने में क्या मंगवाया?
  3. रेस्तरां के बारे में आपके व्यक्तिगत विचार और अनुसंशा 

आपका ई-मेल लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे। 

                                                                                                                           सौजन्य: गूगल इमेज 

उत्तर - मेरे घर की पास खुले नए रेस्तरां की समीक्षा 

प्रेषक : mani121@zmail.com

प्रति :  myfriend@indicoach.com 

विषय: मेरे विषय घर की पास खुले नए रेस्तरां के संदर्भ में ... ।

प्रिय सहेली/मित्र [नाम], 

नमस्ते ,

तुम्हें यह बताते हुए मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि हाल ही में मेरे घर के पास में "बरेसा" नाम का एक नया रेस्तरां खुला है। मैं अपने परिवार के साथ कल शाम को वहाँ गयी थी। मैंने जो अनुभव किया है वह अप्रतिम था। अतः मैं आपको इसके बारे में अपनी राय (opinion) देना चाहती हूं।

यह रेस्तरां नए होने के बावजूद भी बहुत विस्तृत है और अपनी सराहनीय सुविधाओं के लिए भविष्य में जाना जाएगा। उसमें एक बड़ा डाइनिंग हॉल है जहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ आराम से बैठकर भोजन कर सकते हैं। रेस्तरां की वातावरण बहुत ही सुखद (cozy) और आरामदायक (comfortable) है और खाते समय ऐसा लगता है कि आप यहाँ अपने खाने का आनंद प्रकृति की गोद में बैठकर ले रहे हैं।

मैंने अपने भोजन में विभिन्न सब्जियों सहित कॉर्न-क्रिस्पी, शाही टुकड़े, मशरूम मटर पनीर और ताजा रसियन सलाद आदि मंगवाया था। सब्जियाँ और पनीर बहुत ही स्वादिष्ट थे और ताजा सलाद भी बहुत ही स्वादिष्ट था। मशरूम-मुटर-पनीर भी बहुत ही स्वादिष्ट था और उसमें हरे मटर के साथ पनीर की मधुरता बहुत अच्छी थी। शाही टुकड़े और सबुदाने की खीर का स्वाद तो लाजवाब था और आमतौर पर बहुत ही पसंद की जाने वाली मिठाइयाँ है। निरामिष (vegetarian) के साथ ही सामिष (मांसाहारी) भोजन प्रेमियों के लिए भी यहाँ निराशा न होगी। यहाँ भोजन के साथ आप सुमधुर संगीत (melodious music) का भी आनंद (joy) उठा सकते हैं।  

बाहर पार्किंग और बच्चों के खेलकूद के लिए फूलों से सजा मनमोहक बगीचा भी है। मैं चाहूंगी कि तुम एक बार इस रेस्तरां का आनंद अवश्य लो। मुझे खुशी होगी कि मैं भी तुम्हारे साथ चल सकूँ...।

      तुम्हारी सहेली

[आपका नाम] 

संलग्न (Attachments): रेस्तरां और वहाँ के भोजन की कुछ छवियाँ।



रविवार, 26 फ़रवरी 2023

समीक्षा करना (Reviewing)

समीक्षा लेखन के तहत किसी विषय, वस्तु, सेवा अथवा उत्पाद के बारे में विस्तार से अपने विचार व राय दी जाती है ताकि इससे उसके गुणों, दोषों, फायदों, नुकसानों आदि का विश्लेषण किया जा सके। समीक्षा में अक्सर विभिन्न पहलुओं पर सविस्तार लिखा जाता हैं, जिनके आधार पर विषय का मूल्यांकन किया जाता है।

समीक्षा विभिन्न क्षेत्रों में की जाती  है, जैसे कि  - 

अभ्यास प्रश्न 

क) भारतीय रेल द्वारा अपनी पहली रेल यात्रा की समीक्षा करते हुए विद्यालय की पत्रिका में छपवाने के लिए एक चिट्ठा (ब्लॉग) लिखिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दुओं का प्रयोग कर सकते हैं। 
  1. ट्रेन का नाम और गंतव्य स्थान (destination) का परिचय 
  2. यात्रा में मिलने वाली सुविधाओं अथवा असुविधाओं का वर्णन 
  3. इस ट्रेन में यात्रा के लिए अन्य लोगों को अनुसंशा   
आपका लेख लगभग 200 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे।  

उत्तर - वंदे भारत ट्रेन से मेरी पहली रेल यात्रा 
वंदे भारत एक ऐसी ट्रेन है जो भारत के सबसे तेज ट्रेनों में से एक है। मैंने इस ट्रेन के माध्यम से मुंबई सेंट्रल से गांधी नगर तक की पहली रेल यात्रा की है और इस यात्रा का मुझे बहुत अच्छा अनुभव मिला।


यह ट्रेन सुविधाओं के मामले में बहुत अच्छी है। ट्रेन में बैठने के लिए बहुत कम समय लगता है और आरामदायक सीटों की सुविधा और आंतरिक साज-सज्जा बहुत अच्छी है। विभिन्न सुविधाएं जैसे कि खान-पान, वाई-फाई, वातानुकूलन (ए.सी.), डिजिटल स्क्रीन, सेवा के लिए परचायिकाएँ आदि भी उपलब्ध हैं। ट्रेन की खान-पान सेवा तो बहुत अच्छी है और उसमें लोगों की अभिरुचि के हिसाब से सामिष/निरामिष/जैन आदि भोजन के विकल्प  भी शामिल हैं। समय समय पर चाय-कॉफी, अल्पाहार (breakfast), दोपहर और रात्रि का भोजन आपकी सीट पर उपलब्ध हो जाता है। 

ट्रेन की यात्रा में सबसे अच्छी बात यह है कि इससे दूरी कम समय में कटती है और यात्रा का अनुभव भी अत्यंत सुखद (pleasant) होता है। मैंने मुंबई से गांधी नगर का सफर मात्र सिर्फ ७ घंटे में तय किया था। 

सम्पूर्ण रूप से, वंदे भारत एक अच्छी ट्रेन है जो अच्छी सुविधाओं से संपन्न और कम समय में लंबी दूरी वाले गंतव्यों तक पहुँचने का उपयुक्त आरामदायक (comfortable) पर्याय बन सकेगी। आप सभी को इसे जल्द ही  आजमाने की अनुसंशा करना चाहूँगा। 

रेटिंग के हिसाब से मैं इसे पाँच में से पाँच सितारे देना चाहूँगा। 
रेटिंग : ⭐⭐⭐⭐⭐

व्यवसाय / प्रकल्प (Project) की समीक्षा 
 
प्रश्न 1) हाल ही में आपके मित्र/सहेली ने एक नया व्यवसाय / प्रकल्प शुरू किया है। उसके व्यवसाय की समीक्षा करते हुए उसे ई-मेल लिखिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दुओं का प्रयोग कर सकते हैं
  1. व्यवसाय का नाम और आधुनिक युग में उसकी उपयोगिता  
  2. उसके भविष्य के लिए एक सही करियर का चुनाव बन सकेगा  
  3. व्यवसाय विस्तार में आप उसकी कैसे मदद करेंगे?   
आपका लेख लगभग 200 शब्दों में होना चाहिए। 
आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे।  
                                                                                                         सौजन्य:फ्री स्किल्स इंडिया डॉट कॉम 

उत्तर - 

प्रेषक -  mani121@zmail.com
प्रति - myfriend@indicoach.com 

विषय - मोबाइल उद्योग की समीक्षा का ई-मेल

प्रिय मित्र/सहेली मनीष/मनीषा,

कल के ई-मेल में आपके नए व्यवसाय के बारे में जानकार बड़ी प्रसन्नता हुई। 

मैंने आपके इस मोबाइल व्यवसाय के बारे में अधिक जानने का प्रयास किया और मुझे आपके इस प्रयास और उत्साह से बहुत खुशी हुई। मुझे लगता है कि यह व्यवसाय आज के समय में बहुत ही लाभदायक हो सकता है, क्योंकि इसकी माँग लगातार बढ़ती जा रही है। 

आपके व्यवसाय में सफलता पाने के लिए, आपको अपने ग्राहकों के अनुसार बढ़ती माँग के नए उत्पादों (products) को अपनाने के लिए तैयार होना होगा। आपके व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए, आपको उचित स्थान का चयन करना होगा। जहाँ आप अधिक ग्राहकों को अपने उत्पादों की ओर आकर्षित (attract) कर सकोगे। आप अपनी विज्ञापन रणनीति में थोड़ा बदलाव कर उसे ऑनलाइन ले जा सकते हो ताकि तुम्हारे व्यावसायिक विकास अधिक प्रभावी हो सके और लोग इसके के बारे में अधिक जान सकें। 

आपके मोबाइल व्यवसाय के लिए मैं सफलता की शुभकामनाएं (best wishes) देता/ती हूँ। इसी तरह आगे भी मैं आपकी उन्नति और सफलता की कामना के साथ सदैव संपर्क में रहूंगा/गी। 
धन्यवाद, 
तुम्हारा/री मित्र/ सहेली 
मनीष/मनीषा


गृहकार्य (HW) : हॉटेल / रेस्तराँ (Restaurant) की समीक्षा 

हाल ही आपके घर के पास में एक नया हॉटेल / रेस्तरां (Restaurant) खुला है। अपने किसी मित्र/सहेली को इस  रेस्तरां की समीक्षा करते हुए एक ई-मेल/पत्र  लिखकर बताइये कि रेस्तरां के बारे में आपकी क्या राय है? 

आपके ई-मेल में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए।

  1. रेस्तरां का विवरण (आंतरिक और बाहरी सज्जा), सेवाएँ (बैठने का स्थान, माहौल, पार्किंग आदि।) 
  2. आपने अपने खाने में क्या मंगवाया?
  3. रेस्तरां के बारे में आपके व्यक्तिगत विचार और अनुसंशा

आपका ई-मेल लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे। 



डाउनलोड करने योग्य सामग्री : 

  • पीपीटी (Presentation)
  • नोट्स (Handouts)
  • कार्य पत्रक (Worksheet)  

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2023

यात्रा वृत्तांत (Travelogue) : घुमक्कड़ी का आनंद

यात्रा-वृत्तांत का शाब्दिक अर्थ है - 'एक स्थान से दूसरे स्थान तक के सफर की कहानी।'  यात्रा करने वाला व्यक्ति जब अपनी यात्रा से जुड़े अनुभवों को बोलकर अथवा लिखकर दूसरों को बताता है तो उसे 'यात्रा-वृत्तांत' के नाम से जाना जाता है। इसे ही 'सफ़र नामा' अथवा 'घुमक्कड़ी की कहानियाँ' भी कहते हैं। आपने भी अब तक तमाम यात्राएँ की होंगी। लिखा है कोई अपना यात्रा-वृत्तांत? आज जरूर लिखना।        

दुनिया का शायद ही कोई प्राणी होगा जिसे घूमना (सैर करना) पसंद ना हो। आदि मानव हिन नहीं बड़े-बड़े ऋषि-मुनि भी अपनी ज्ञान-पिपाशा (जानने की इच्छा) शांत करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक अपनी यात्रा करते रहे हैं। यों कहें कि आज तक हमने जो भी विकास किया है, वो हमारी घुमक्कड़ी, जिज्ञासा (जानने की इच्छा) और दूरदर्शिता का ही परिणाम है। दुनिया भर के महान ज्ञानियों में अधिकतम खोजी और घुमक्कड़ रहे हैं।    
उर्दू के मशहूर शायर 'मीर' साहब ने खूब लिखा है कि - 
"सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ ?
                     ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ ?"          
बॉलीवुड (सिनेमा जगत) का एक मशहूर गीत मुझे याद आ रहा है, "अराउंड द वर्ल्ड इन एट डॉलर्स।"
                                                                                                          सौजन्य : यू-ट्यूब 
            अभ्यास कार्य 1 -
प्रश्न - हाल ही में आपके द्वारा की गई किसी पर्वतीय स्थल की यात्रा का वृत्तांत लिखिए। आपके लेखन में निम्नलिखित बिंदुओं को अवश्य शामिल करें। आपका लेखन कार्य लगभग 120 शब्दों से कम न हो। 
  • यात्रा का स्थान और जाने की तैयारियाँ
  • प्राकृतिक सौंदर्य और आकर्षण 
  • वहाँ के दर्शनीय स्थल और बाजार   
आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
     उत्तर - 
    ऊटी की यात्रा 

    मेरा मन और मैं दोनों ही बड़े घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के हैं, चाहकर भी एक स्थान पर अधिक देर टिक नहीं पाते हैं। चंचलता की खुमारी तो जैसे सदा रगों में दौड़ती ही रहती है। इसी क्रम में मैं सर्दियों की छुट्टियों में चल पड़ा था पहाड़ों की सैर पर...।  
                                                                                                                                     सौजन्य: गूगल इमेज

           मैं पहुँच गया 'उदगमंडलम्' अर्थात् 'ऊटी', नीलगिरि की पहाड़ियों में बसा एक सुरम्य 'हिल स्टेशन'। यकीन मानिए यहाँ की हरियाली (greenery) और खुशनुमा मौसम (pleasant weather) से भरे इस 'रिजॉर्ट टाउन' को 'पहाड़ों की रानी' (Queen of hill station) कहा जाय तो अतिशयोक्ति (hyperbole) न होगा। आश्चर्यजनक दृश्य, बड़े-बड़े चाय के बागानों और शांत झीलों से लेकर कल-कल करते झरने तथा बगीचों में घूमने का आनंद लेने के लिए बहुत कुछ है। आप भी अगर इस खूबसूरत पर्वतीय स्थल में कुछ दिन बिताना चाहते हैं, तो आपके लिए यह लेख उपयोगी हो सकेगा। 

             आइये आपको भी ले चलता हूँ मैं अपने साथ 'ऊटी' की मानसिक यात्रा पर। मैं एक मुंबईकर हूँ और यहाँ से 'ऊटी' की दूरी लगभग 1200 कि.मी. की है। यह दक्षिणी भारत का एक प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल है। यह तमिलनाडु के नीलगिरी जिले मैं स्थित एक मनोरम हिल स्टेशन है। नीलगिरी पर्वत शृंखलाएँ इसे चहुँओर (all around) से घेरे हुई हैं। दरअसल इन पहाड़ों में कुरुंजी (flower name) नामक नीले रंग के फूलों के खिलने से ही इसका नाम नीलगिरी (ब्लू माउंटेन) पड़ा है। हालाँकि ये फूल बारह वर्षों में केवल एक बार खिलते हैं। जब भी खिलते हैं, तब पूरी घाटी नीली हो जाती है। 

              यहाँ पहुँचने के लिए सड़क मार्ग तथा रेल मार्ग का साधन मौजूद हैं। लोग निकटतम (nearest) हवाई अड्डा कोयंबटूर से आसानी से पहुँच सकते हैं। देश विदेश के लगभग सभी प्रमुख हवाई अड्डों से सीधी उड़ान ले सकते हैं। वैसे बस द्वारा सड़क मार्ग से पहुँचने का आनंद ही कुछ और है। यहाँ का मौसम वर्ष भर खुशनुमा (pleasant) रहता है। जबकि ठंड में दक्षिण भारत के अन्य भागों की तुलना में यहाँ का मौसम कुछ ज्यादा ही ठंडा होता है।

    अभ्यास कार्य 2 -

    माथेरान की यात्रा 





                                                                                    सौजन्य: गूगल इमेज

    डाउनलोड करने योग्य सामग्री (DOWNLOADABLES) हेतु नीचे क्लिक करें -

    • पी.पी.टी. प्रेजेंटेशन
    • नोट्स Handouts
    • Worksheets
    अन्य अध्ययन सामग्री - 
    1. मेरे यात्रा वृत्तांत
    2. हिंदी यात्रा-वृत्तांत की सूची
    3. यात्रा वृतांत : परिचय, तत्व, अर्थ, स्वरूप और विशेषताएँ
    4. हिन्दी साहित्य में प्रमुख यात्रा वृत्तांत व उनके यात्रा वृत्तांतकार 
    5. मेरे मजेदार और सजीव और सच्चे यात्रा वृत्तांत
    6. यात्रा वृतांत - मेरी पहली झारखण्ड यात्रा
    7. यात्रा वृतांत - कुंजापुरी शक्तिपीठ
    8. यात्रा वृत्तांत - मेरी पहली नेपाल यात्रा
    9. यात्रा वृत्तांत - कुल्लू से नेहरुकुंड-वशिष्ठ वाया मानाली लेफ्ट बैंक
    10. यात्रा डायरी - शिमला के बीहड़ वनों में एकाकी सफर का रोमांच
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    आग्रह :  इस पृष्ठ से संबन्धित समीक्षा / सुझाव का हार्दिक स्वागत है। आप अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। हम तदनुसार अपने सामग्री में सुधार/विकास कर सकेंगे। धन्यवाद। 

    गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

    नोट लेखन (Note Making)

    नोट लेखन किसे कहते हैं?

    जब आप किसी विषय विशेष पर कोई महत्त्वपूर्ण सूचना, जानकारी अथवा विचारों संक्षिप्त रूप में लिखते हैं ताकि आप उन्हें बाद में याद रख सकें। तो इस क्रिया को 'नोट लेखन' कहते हैं।

    नोट बनाना अक्सर व्यक्तिगत (personal), पेशेवर (professional) अथवा सार्वजनिक (public) उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि सूचनार्थ, व्यापार, अध्ययन या जीवन में कुछ याद रखने के लिए आदि।

    नोट लेखन कैसे करें?

    नोट बनाने के लिए आप एक नोटबुक, कागज, स्मार्टफोन (मोबाइल), कंप्यूटर या अन्य उपकरण का उपयोग कर सकते हैं।

    लेखन अभ्यास 

    क) आपके शहर में खेल के मैदान लगातार कम होते जा रहे हैं। इसे रोकने के कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -

    1. मैदानों के कमी से खेलों पर होने वाले पर असर
    2. समस्या से उबरने के संभावित उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएँगे।
                                                                                    सौजन्य : गूगल इमेज 

    उत्तर - शहर में हर ओर विकास के नाम पर कंक्रीट के जंगल उगाये जा रहे हैं। शहर में मैदानों की कमी का सीधा असर खेल और खिलाड़ियों पर पड़ता है। कम मैदानों के कारण, खिलाड़ियों को उनके खेल का अभ्यास करने और उनके खेल कौशल को सुधारने के लिए पर्याप्त मौके नहीं मिलते हैं। इस समस्या के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
    1. अधिक से अधिक लोगों को खेल से जोड़ने के लिए खेल अभियान चलाना चाहिए। जिससे स्थानीय समुदायों में खेल के मैदानों को बचाने के लिए उनका संज्ञान बढ़ाया जा सकता है।
    2. खेल संघ और स्थानीय प्रशासन को नए खेल मैदानों के विकास में सहयोग करना चाहिए, संभावित नए मैदानों के विकास की जानकारी आम की जा सके।
    3. नई कॉलोनियों के निर्माण में खेल के मैदानों को बनाना अनिवार्य किया जाये।
    इन उपायों से संभव है कि हम इस समस्या से उबर सकेंगे।

    ख) आपके शहर में वर्षा न होने से जल संकट होने की संभावना है। पानी बचाने के लिए कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लिखिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए -

    1. वर्षा के अभाव की वर्तमान स्थिति

    2. इसके संभावित परिणाम व जल संरक्षण के उपाय

    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएँगे।

    [IGCSE Hindi (0549) Paper -1, अभ्यास 5 प्रश्न 21]

    उत्तर - किसी ने ठीक ही कहा था कि 'यदि तीसरा विश्वयुद्ध हुआ, तो उसका कारण पानी ही होगा।' पर्यावरण संतुलन के कारण हमारे शहर के बिगड़ते हालात को देखकर तो कम से कम यही लगता है। पिछले कई वर्षों से वर्षा में होने वाली देरी आज की इसी विपदा कि ओर संकेत कर रही थी। इस बार तो दो माह बीतने के बाद भी लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। प्रशासन की माने तो आगामी 20 दिनों के लिए ही हमारे पास जल बचा है। यदि हम इसका मितव्ययिता से सदुपयोग नहीं करें तो 'डे-जीरो' उससे पहले ही आ सकता है। जिस दिन हमारे पास उपयोगी संसाधन समाप्त हो जाते हैं, उस दिन को 'डे-जीरो' कहा जाता है।   

    इस जल संकट से बचने के लिए हम निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं - 

    1. स्नानागार और शौचालय में नल अनावश्यक न चलाये, बाथ-टब और शॉवर के बजाय लोटा-बाल्टी का उपयोग करें।
    2. कार और जानवरों को धोने तथा खेतों और बागीचों को सींचने के लिए पाइप के बजाय हज़ारे का उपयोग करें। 
    3. घरों तथा सर्वजनिक स्थानों की खराब व रिसावदार नल की टोटियों की समय रहते मरम्मत कराएं।  


    स्वाध्याय हेतु अतिरिक्त प्रश्न -                                                        

    अभ्यास 1) सड़कों पर आए दिन एक न एक दुर्घटनाएँ हो रही है। लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कोई तीन प्रभावी उपाय सुझाते हुए एक नोट लेखन कीजिए। आपके नोट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित होनी चाहिए - 
    • सड़क हादसों की वर्तमान स्थिति
    • सड़क हादसों से होने वाले परिणाम व दुर्घटनाओं की रोकथाम के उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
    उत्तर - सड़कों पर बढ़ती हुई दुर्घटनाओं की संख्या की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है और यह समस्या गंभीर हो रही है। इन दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप जान-माल की हानि (जीवनों की जोखिम, चोटें लगाना, और आर्थिक हानि) का सामना करना पड़ता है। बढ़ती जनसंख्या के सापेक्ष वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण सड़कों पर आए दिन ट्रैफिक भी बढ़ गया है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा अपनी चरम पर है। अकसर मोबाइल फोन पर बाते करना, नशे में गाड़ी चलाना और यातायात के नियमों का उल्लंघन करना आदि इन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण होता हैं। 

    मैं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के निम्नलिखित उपाय सुझाना चाहूँगा :-
    1. यातायात प्रबंधन: सड़क परिवहन के लिए ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूत करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रैफिक जाम को कम करने और वाहनों के साथ ज्यादा सुरक्षित चालने के उपाय अपनाए जाने चाहिए।
    2. प्रशिक्षित वाहन चालक : वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के महत्व के साथ सुरक्षित ड्राइविंग की प्रशिक्षण देना चाहिए।
    3. सड़क सुरक्षा उपाय: सड़कों पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए सड़क सूचना सांचा, सड़कों पर सही संकेत, और सुरक्षा उपकरणों का सुधार करना चाहिए।
    इन उपायों को अमल में लाने से हम सड़क हादसों को कम कर सकते हैं और लोगों की सुरक्षा कर सकते हैं। सड़क सुरक्षा को महत्वपूर्ण ध्यान में रखकर, हम सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं और एक सुरक्षित जीवन जीने का संकल्प ले सकते हैं। धन्यवाद। 

    अभ्यास 2) देश में बढ़ती आबादी से कई समस्याएँ उभर रही हैं। जनसंख्या वृद्धि के कारण शिक्षा में आने वाली किन्हीं तीन समस्याओं को उजागर करते हुए एक नोट लेखन कीजिए। 
    आपके नोट में निम्नलिखित बातें अवश्य सम्मिलित होनी चाहिए - 
    1. जनसंख्या वृद्धि की समस्याओं की वर्तमान स्थिति
    2. जनसंख्या वृद्धि  से शिक्षा के क्षेत्र  में समस्याएँ वे रोकथाम के कोई उपाय
    आपका नोट लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। आपको 3 अंक अंतर्वस्तु के लिए और 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली के लिए दिए जाएंगे।  
    उत्तर -             भारत में बढ़ती आबादी से शिक्षा में अवरोध
    हमारा देश दुनिया की दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश है। बढ़ती आबादी से कई समस्याएँ बढ़ रही हैं, जिनमें से एक शिक्षा में अवरोध भी है। बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा में निम्नलिखित समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं:-
    • शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए संसाधनों की कमी हो रही है। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की कमी है। इससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
    • शिक्षा के लिए पहुंच की कमी: बढ़ती आबादी के कारण शिक्षा के लिए पहुंच की कमी हो रही है। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की कमी है, जिससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा के लिए पैसे खर्च करने में कठिनाई होती है।
    • लिंग भेदभाव: बढ़ती आबादी के कारण लिंग भेदभाव की समस्या भी बढ़ रही है। लड़कियों को शिक्षा के लिए कम प्राथमिकता दी जाती है। इससे लड़कियों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न होता है।
    इन समस्याओं को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
    1. शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए संसाधनों में वृद्धि करनी चाहिए। स्कूलों में शिक्षकों, पुस्तकों, उपकरणों और अन्य संसाधनों की संख्या बढ़ानी चाहिए।
    2. शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि: सरकार को शिक्षा के लिए पहुंच में वृद्धि करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों का निर्माण करना चाहिए और गरीब परिवारों के बच्चों के लिए छात्र-वृत्ति प्रदान करनी चाहिए।
    3. लिंग भेदभाव को दूर करना: सरकार को लिंग भेदभाव को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए और उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करने चाहिए।
    4. इन उपायों को लागू करने से भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और सभी बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे।
    अभ्यास प्रश्न 1) 
    छुट्टियाँ मनाने लोग कई स्थानों पर जाते हैं। अपनी सैर का आनंद लेने के साथ लोग वहाँ की सुंदरता को बिगाड़ने में नहीं चूकते। किसी दर्शनीय स्थान जहाँ आप कभी गए हों, वहाँ की  सुंदरता और स्थिति को बनाए रखने के लिए कोई तीन उपाय सुझाते हुए एक नोट लेखन कीजिए।  
    आपका लेखन 120 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए। अपने लेखन में आप निम्नलिखित बिन्दु अवश्य शामिल करें:
    1. दर्शनीय स्थानों की सुंदरता बनाए रखने का काम केवल प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं हैं।
    2. दर्शनीय स्थानों पर जाने के बाद यह जरूर सोचना चाहिए कि हमारे बाद जाने वालों को वहाँ जाने का दुःख न हो।   
    आपके लेखन की विषय-वस्तु के लिए 4 और उचित भाषा और वाक्य रचना की लिए 6 अंक देय होंगे।  
    (कुल अंक: 10)  

    पुस्तक समीक्षा (Book Review)

    पुस्तक समीक्षा साहित्य को बढ़ावा देने, आलोचनात्मक विश्लेषण (critical analysis) प्रदान करने और पाठकों (readers) को क्या पढ़ना है इसके बारे में निर्णय लेने में मदद करने के लिए एक मूल्यवान उपकरण (valuable tools) है। 
                                  साभार : गूगल इमेज 

    पुस्तक समीक्षा के अंतर्गत आपको अपने किसी मित्र/रिश्तेदार को पत्र/ईमेल लिखकर भेजने को कहा जा सकता है, अथवा आपके विद्यालय की पत्रिका (मैगजीन) में छपने के लिए भेजने का आग्रह हो सकता है।परीक्षा के संभावित कुछ प्रश्न निम्नलिखित हैं। जिनका आप अभ्यास कर सकते हैं।   

    अभ्यास प्रश्न - 
    हाल ही में आपके द्वारा पढ़ी गई किसी प्रसिद्ध शख़्सियत (famous personality) की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक की समीक्षा करते हुए अपने प्रिय मित्र/सहेली को पत्र लिखिए।  
    आपके लेखन में निम्नलिखित बातों को शामिल कीजिए।                     
    1. लेखक/संपादक का लेखन कार्य
    2. पुस्तक की विशेषताएँ और कमियाँ 
    3. अपने मित्र/सहेली को यह पुस्तक क्यों पढ़ना चाहिए? 
    आपका लेखन लगभग 120 शब्दों में होना चाहिए। 
    आपको 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) के लिए और 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language) के लिए दिए जाएंगे। 

    बुधवार, 22 फ़रवरी 2023

    फिल्म समीक्षा (Film Review)

    फ़िल्म समीक्षा लेखन - IBDP & IGCSE Hindi संपूर्ण गाइड | IndiCoach

    फ़िल्म समीक्षा लेखन - संपूर्ण गाइड

    IBDP & IGCSE Hindi के लिए आदर्श प्रारूप, उदाहरण और लेखन टिप्स

    विषय-प्रवेश

    फिल्म केवल मनोरंजन का साधन नहीं होती; वह सामाजिक विचारों, भावनाओं और नैतिक संदेशों का माध्यम भी बन सकती है। फिल्म समीक्षा का उद्देश्य फिल्म के कथ्य, प्रस्तुति और तकनीकी पक्ष का संतुलित विश्लेषण देना है ताकि पाठक यह तय कर सके कि फिल्म किसे और क्यों देखने योग्य है।

    📋 फिल्म समीक्षा का आदर्श प्रारूप (IBDP)

    1. फिल्म का नाम और संक्षिप्त कथा-सार
    2. सबसे रोचक/प्रमुख बात
    3. उपयुक्त दर्शक-वर्ग
    4. (वैकल्पिक) अभिनय, निर्देशन, संगीत आदि पर संक्षिप्त टिप्पणी
    5. निष्कर्ष / व्यक्तिगत मत

    (प्रत्येक बिंदु पर 2–3 वाक्य — परीक्षा हेतु कुल ~120 शब्द उपयुक्त)

    📝 उदाहरण समीक्षा — "तारे ज़मीन पर"

    1. फिल्म की कथा-वस्तु:

    यह फिल्म आठ वर्ष के बच्चे ईशान अवस्थी की कहानी है, जिसे पढ़ाई में कमजोर समझा जाता है। माता-पिता उसकी समस्याओं को समझ न पाते हुए उसे बोर्डिंग स्कूल में भेज देते हैं, जहाँ कला-शिक्षक राम शंकर निकुंभ उसकी छुपी प्रतिभा पहचानकर उसे आत्मविश्वास प्रदान करते हैं।

    2. सबसे रोचक बात:

    फिल्म की सबसे प्रेरक बात यह है कि यह हर बच्चे की विशिष्टता को स्वीकार करने और शिक्षा में सहानुभूति अपनाने का संदेश देती है। भावनात्मक दृश्यों और संगीत से यह संदेश प्रभावी ढंग से पहुँचता है।

    3. किस उम्र के दर्शकों के लिए उपयुक्त:

    यह फिल्म विद्यालयी बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों तीनों के लिए उपयुक्त है; विशेषकर उन लोगों के लिए जो शिक्षा में परिवर्तन और संवेदनशीलता पर विचार करना चाहते हैं।

    शब्दों की अनुमानित संख्या: लगभग 110–130

    📊 अंक-वितरण (Marking Scheme - IBDP)

    घटक विवरण अंक
    विषय-वस्तु कथा, प्रमुख बात, दर्शक-वर्ग (तीनों बिंदु) 3
    भाषा एवं शैली सुसंगत और प्रभावी अभिव्यक्ति 2
    कुल 5

    🎯 अन्य संभावित बिंदु (परीक्षा/विस्तृत समीक्षा हेतु)

    • फिल्म का मुख्य विषय/संदेश
    • निर्देशन (Direction)
    • अभिनय (Acting)
    • संगीत और गीत
    • छायांकन (Cinematography)
    • संवाद और पटकथा
    • संपादन और गति
    • पोशाक व सेट डिजाइन
    • भावनात्मक प्रभाव
    • सामाजिक/नैतिक संदेश
    • कमजोरियाँ/सीमाएँ
    • समग्र मूल्यांकन

    💡 लेखन को प्रभावी बनाने के सुझाव

    ✅ टिप्स:

    • प्रारम्भ में फिल्म का नाम, निर्देशक और मुख्य कलाकार संक्षेप में लिखें।
    • भाषा सरल, स्पष्ट और संतुलित रखें—अतिशयोक्ति से बचें।
    • उदाहरण या संवाद का छोटा उद्धरण आवश्यक होने पर दें।
    • वर्तमान व भविष्य के दर्शक-प्रासंग को जोड़कर बताएं कि फिल्म किस तरह उपयोगी है।
    • समापन में व्यक्तिगत सुझाव/निष्कर्ष दें।

    ⚠️ सावधानियाँ:

    • कथा का पूरा खुलासा (spoiler) न करें—मुख्य ट्विस्ट का संकेत देने से बचें।
    • नकारात्मक आलोचना करते समय तर्क और सुधारात्मक विचार दें।
    • शब्द-सीमा का ध्यान रखें (प्रश्न में ~120 शब्द मांगे हों तो सीमा का पालन करें)।
    • वर्तनी एवं व्याकरण जाँचें—छात्रों के लिए अंक प्रभावित कर सकते हैं।

    🔊 टेक्स्ट-टू-स्पीच (TTS) प्लेयर

    नीचे "Play" दबाकर आप पूरे लेख का ऑडियो सुन सकते हैं।

    Status: Ready

    फ़िल्म समीक्षा क्या है?

    'फिल्म समीक्षा' को फ़िल्म आलोचना भी कहते हैं। किसी फिल्म की सफलता में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही समीक्षाएं फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और दर्शकों को बहुमूल्य प्रतिक्रिया (फीडबैक) प्रदान करतीं हैं।

    एक अच्छी समीक्षा किसी फिल्म के बॉक्स-ऑफिस के संग्रह को बढ़ा सकती है, जबकि एक नकारात्मक समीक्षा इसके विपरीत नुकसान पहुँचा सकती है।

    इसके अलावा, फिल्म समीक्षा फिल्मों के प्रचार और विपणन में मदद करती है। आमतौर पर समीक्षाएं समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑनलाइन में प्रकाशित होते हैं।

    अभ्यास प्रश्न 1 (IGCSE)

    आपने हाल ही में प्रसिद्ध खिलाड़ी की जीवनी पर आधारित एक फ़िल्म देखी है। फ़िल्म देखकर आप उनके जीवन से अत्यंत प्रभावित हुए। अपने विद्यालय की पत्रिका में इस फ़िल्म की समीक्षा छपवाने के लिए एक लेख लिखिए।

    आपके लेखन कार्य में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए:

    • आप इस फिल्म से क्यों प्रभावित हुए?
    • फिल्म की कथा वस्तु और कलाकारों की भूमिका कैसी है?
    • दर्शकों को फिल्म देखने सिनेमाघर ही क्यों जाना चाहिए?

    शब्द सीमा: लगभग 200 शब्द

    अंक विभाजन: 8 अंक अंतर्वस्तु (Content) + 8 अंक सटीक भाषा एवं शैली (Language)

    📝 आदर्श उत्तर - "एम.एस. धोनी: एक अनकही कहानी"

    मैंने कल प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी 'महिंदर सिंह धोनी' की जीवनी पर आधारित फ़िल्म: 'एम.एस. धोनीः एक अनकही कहानी' देखी थी। वैसे भी भारत समेत दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों का सुमार है। ऐसे में हमारे पसंदीदा खिलाड़ी "धोनी" की बायोपिक यदि फ़िल्म जैसे बड़े पर्दे पर देखने को मिल जाये तो क्या कहने?

    • फिल्म का नाम: 'एम.एस. धोनीः एक अनकही कहानी'
    • निर्माता: रिती स्पोर्ट मैनेजमेंट, इंसपायर्ड एंटरटैनमेंट
    • निर्देशक: नीरज पांडेय
    • प्रदर्शन वर्ष: 30 सितम्बर 2016
    • फिल्म की लागत: 100 करोड़ लगभग
    • श्रेणी: जीवनी (बायोपिक)
    • मुख्य कलाकार: सुशांत सिंह राजपूत, कियारा आडवाणी, दिशा पटानी, अनुपम खेर

    📖 प्रस्तावना (भूमिका)

    दुनिया के महान क्रिकेट और कप्तान एम. एस. धोनी पर अगर फिल्म बनती है तो यकीनन बनने से पहले ही फ़िल्म का मीडिया की सुर्खियों में जगह बना लेना और दर्शकों में भी जबरदस्त उत्साह (क्रेज) होना स्वाभाविक हो जाता है।

    🎭 फिल्म की कथा वस्तु

    नीरज पांडे निर्देशित हलिया रिलीज इस फिल्म को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं। निर्माता और निर्देशक की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ एक ऐसी साफ-सुथरी बायॉपिक बनाई है, जिसे आप सपरिवार सिनेमा हाल में बेहिचक देखने जा सकते हैं। नीरज ने धोनी की लाइफ के कुछ ऐसे अनछुए पहलूओं को भी विस्तार से दिखाया है, जिनके बारे में उनके फैन्स ज्यादा नहीं जानते।

    🎬 कलाकारों की भूमिका

    सुशांत सिंह ने धोनी का किरदार निभाने के लिए पूरा होम वर्क किया। हर रोज घंटों पसीना बहाया, माही के क्रिकेट खेलने के स्टाइल को सीखा। यही वजह है कि शुरू से अंत तक पूरी फिल्म में सुशांत ही छाए हुए हैं। अनुपम खेर ने एक बार फिर साबित किया कि वह हर रोल को अपनी बेहतरीन ऐक्टिंग के दम पर जीवंत बना देते है।

    💭 आपके निजी अनुभव

    क्रिकेट प्रेमी जो अब तक अपने चहेते खिलाड़ियों के मैच रेडियो अथवा टेलीविज़न पर सुनते/देखते आए हैं उनके लिए इस को सिनेमहाल के बड़े पर्दे पर देखने का आनंद बहुत ही रोमांचकारी होगा। धोनी जैसे सफल खिलाड़ी के जीवन में भी संघर्ष था यह देखकर "जीवन एक संघर्ष है।" की प्रेरणा मिलती है।

    ✅ आपकी संस्तुति

    इस फिल्म को प्रत्येक युवा को अवश्य देखना चाहिए। क्रिकेट प्रेमियों के लिए तो यह किसी कुम्भ से कम नहीं है। फिल्म को देखने का असली मजा बड़े पर्दे पर ही लिया जा सकता हैं।

    ⭐ फ़िल्म का मूल्यांकन

    ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ☆

    9/10

    फ़िल्म प्रदर्शन, दर्शकों की भीड़ और बॉक्स ऑफिस के कलेक्शन को देखकर हम कह सकते हैं कि यह एक सफल फ़िल्म है।

    ✦ ✦ ✦

    📋 फ़िल्म समीक्षा का प्रारूप (IGCSE)

    1️⃣ प्रस्तावना (भूमिका)

    1. फिल्म का नाम - Film's Name
    2. निर्माता का नाम - Producer
    3. निर्देशक - Director
    4. प्रदर्शन वर्ष - (यदि उपलब्ध हो)
    5. फिल्म की लागत - (यदि उपलब्ध हो)
    6. श्रेणी - सामाजिक/विज्ञान परक/समस्या मूलक/खेल/जीवनी
    7. मुख्य कलाकार - अभिनेता, अभिनेत्री एवं सहायक कलाकार

    2️⃣ फ़िल्म का परिचय

    • फ़िल्म के निर्माता/निर्देशक का संक्षिप्त परिचय
    • फ़िल्म की शैली (Genre) - पारिवारिक, विज्ञान परक, सामाजिक, हास्य आदि

    3️⃣ फ़िल्म की कथा का सारांश

    • समस्या/विषय के बारे में संक्षिप्त विवरण
    • मुख्य पात्र या विषय के बारे में वर्णन

    4️⃣ आपके निजी अनुभव

    • फिल्म के बारे में आपकी राय
    • फिल्म में आपकी रुचि का कारण
    • आपके अनुसार फिल्म का श्रेष्ठ अंश
    • किसी घटना का वर्णन जैसा आपके साथ घटित हुआ हो

    5️⃣ आपकी संस्तुति (Recommendation)

    • आप इस फ़िल्म के बारे में दर्शकों को क्यों बताएंगे?
    • लोगों को यह फ़िल्म क्यों पसंद आएगी?

    6️⃣ फ़िल्म का मूल्यांकन (Rating)

    • फ़िल्म का मूल्यांकन - पाँच या दस में से स्कोर
    • यह दर्शकों को फ़िल्म देखने का निर्णय लेने में मदद करेगा

    7️⃣ फ़िल्म समीक्षक का नाम

    • आप समीक्षक बतौर अपना नाम अवश्य लिखें
    • अपने परिचय में कुछ जोड़ना चाहें तो लिख सकते हैं
    आप अपने नोट्स में एक परिचय (प्रस्तावना), मध्य (विषय-विस्तार) तथा निष्कर्ष (उपसंहार) लिखें। शब्द सीमा को ध्यान में रखते हुए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल करें।

    📚 गृहकार्य (Homework)

    प्रश्न: देशभक्ति की पृष्ठभूमि पर आधारित किसी फ़िल्म की समीक्षा करते हुए, सेना में तैनात अपने बड़े भाई को पत्र/ई-मेल लिखकर बताइए कि आपको यह फ़िल्म देखकर उनकी बहुत याद आती है।

    आपके लेखन कार्य में निम्नलिखित बातें सम्मिलित होनी चाहिए:

    • फ़िल्म का परिचय
    • भाई की यादें
    • भाई के योगदान पर गर्व

    शब्द सीमा: लगभग 120 शब्द

    अंक विभाजन: 3 अंक अंतर्वस्तु + 5 अंक सटीक भाषा एवं शैली

    📊 अंक-वितरण (IGCSE)

    घटक विवरण अंक
    अंतर्वस्तु (Content) फिल्म की जानकारी, कथा, अनुभव, संस्तुति 8
    भाषा एवं शैली (Language) व्याकरण, वर्तनी, प्रवाह, अभिव्यक्ति 8
    कुल 16

    💡 लेखन टिप्स (IGCSE)

    ✅ ध्यान देने योग्य बातें:

    • फिल्म का नाम, निर्देशक और मुख्य कलाकार अवश्य लिखें
    • भाषा सरल, स्पष्ट और प्रभावी हो
    • व्यक्तिगत अनुभव और भावनाओं को स्पष्ट करें
    • दर्शकों के लिए सुझाव दें कि फिल्म क्यों देखें
    • शब्द सीमा का पालन करें (200 शब्द)

    ⚠️ सावधानियाँ:

    • पूरी कहानी न बताएं - केवल संक्षिप्त परिचय दें
    • वर्तनी और व्याकरण की गलतियों से बचें
    • अतिशयोक्ति से बचें - संतुलित राय दें
    • सभी आवश्यक बिंदुओं को शामिल करें

    IndiCoach - IBDP & IGCSE Hindi के लिए शैक्षिक सामग्री

    लेखक: Arvind Bari | IndiCoach

    © 2023-2025 IndiCoach. सभी अधिकार सुरक्षित।

    स्रोत साभार: विभिन्न शैक्षिक संसाधन और फिल्म समीक्षा मानक

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