वाचन अभ्यास आलेख -1

नेपाल की पहाड़ी महिलाएँ और शिक्षा की रोशनी
नेपाल का लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र पहाड़ी इलाकों में बसा है। यहाँ की अधिकतर महिलाएँ अब भी अशिक्षा और गरीबी के दुष्चक्र में फँसी हुई हैं। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों, सीमित संसाधनों और रूढ़िवादी सोच के कारण लड़कियों की शिक्षा को अक्सर महत्व नहीं दिया जाता। अधिकांश परिवारों में बेटियाँ घर के कामकाज, पशुपालन और छोटे-मोटे खेतों में हाथ बँटाने में अपना जीवन गुज़ार देती हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में कुछ सामाजिक संगठनों ने गाँव-गाँव जाकर महिलाओं और लड़कियों को शिक्षित करने का प्रयास शुरू किया। कई क्षेत्रों में 'रात्री-पाठशालाएँ' खोली गईं, ताकि दिनभर का काम निपटाने के बाद महिलाएँ अक्षरज्ञान प्राप्त कर सकें। शिक्षा से जुड़ते ही इन महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा और वे अपने अधिकारों को समझने लगीं।
राधा देवी (42 वर्ष), जो काठमांडू के पास एक छोटे गाँव में रहती हैं, पहले अपना नाम तक नहीं लिख पाती थीं। लेकिन जब वह स्थानीय स्वयंसेवी संस्था द्वारा शुरू की गई साक्षरता कक्षा में जुड़ीं, तो उन्होंने छह महीने में पढ़ना-लिखना सीख लिया। अब वे न केवल बैंक जाकर अपने पैसे स्वयं निकाल पाती हैं, बल्कि बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान देती हैं। राधा जैसी हज़ारों महिलाएँ शिक्षा की इस नई लहर का हिस्सा बनीं और गाँव की दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनीं।
शिक्षा से उन्हें यह भी समझ आया कि स्वास्थ्य और स्वच्छता जीवन के लिए कितनी ज़रूरी है। पहले जहाँ महिलाएँ केवल घरेलू उपचार पर निर्भर रहती थीं, अब वे सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुँच बनाने लगीं। लड़कियों की जल्दी शादी की प्रथा पर भी धीरे-धीरे रोक लग रही है, क्योंकि माताएँ अब जान चुकी हैं कि पढ़ाई ही उनकी बेटियों का भविष्य बदल सकती है।
नेपाल सरकार ने भी इन प्रयासों को देखते हुए 'महिला सशक्तिकरण शिक्षा योजना' लागू की है, जिसमें मुफ्त पुस्तकों, वर्दियों और छात्रवृत्तियों का प्रावधान है। हालाँकि अभी भी रास्ता लंबा है, लेकिन यह साफ़ है कि जब भी महिलाएँ शिक्षा की रोशनी से जुड़ेंगी, उनका पूरा परिवार और समाज प्रगति की ओर बढ़ेगा।
• आत्मविश्वास बढ़ा।
• अधिकारों और स्वास्थ्य का महत्व समझा।
• महिला सशक्तिकरण शिक्षा योजना।
• मुफ्त पुस्तकें, वर्दियाँ और छात्रवृत्तियाँ।
• महिलाएँ आत्मनिर्भर बनती हैं और अपने अधिकार पहचानती हैं।
• शिक्षित महिलाएँ बच्चों की पढ़ाई, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान देती हैं।
🎯 अंक विभाजन (10 में से)
- तथ्यात्मक जानकारी (R1): Q1, Q2, Q3, Q5 → 4 अंक
- विचारों का संबंध/विस्तार (R2, R3): Q4, Q6 → 4 अंक
- निहितार्थ/Implied meaning (R4): Q7 → 2 अंक
- कुल = 10 अंक