आओ सीखें रिपोर्ट लेखन - पुस्तक मेला
प्रतिवेदन
मुंबई पुस्तक मेला : साहित्य का भव्य उत्सव
प्रतिवेदक : अरविंद बारी
तिथि : 18 अगस्त 2025
स्थान : शिवाजी पार्क, मुंबई
मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में इस सप्ताहांत आयोजित मुंबई पुस्तक मेला साहित्य प्रेमियों और विद्यार्थियों के लिए किसी पर्व से कम नहीं था। सुबह से ही पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ने लगी और पूरा परिसर साहित्यिक उत्सव में बदल गया।
मेले में देश-विदेश के प्रसिद्ध प्रकाशकों — राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, हार्पर कॉलिन्स और पेंग्विन इंडिया — ने अपने-अपने स्टॉल सजाए थे। रंग-बिरंगे कवरों और नई-नई पुस्तकों से सजे स्टॉल बच्चों और युवाओं को बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।
विशेष आकर्षण बच्चों और किशोरों की पसंदीदा पुस्तकों का कोना था, जहाँ सुधा मूर्ति, रसकिन बॉन्ड, अमिश त्रिपाठी और अनुपमा निरंजन जैसी नामचीन लेखकों की रचनाएँ रखी थीं। बच्चों को सबसे अधिक रोमांच तब हुआ जब वे अपने प्रिय लेखकों से आमने-सामने मिले। जिन बच्चों ने वहाँ से पुस्तकें खरीदीं, उन्हें अपने पसंदीदा लेखक के हस्ताक्षर भी मिले। उनके चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी।
मेले का एक और मनमोहक दृश्य कवियों और लेखकों के कक्ष थे, जहाँ प्रतिदिन संध्या को कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। गुलज़ार, जावेद अख्तर, कुमार विश्वास और अनामिका जैसे कवियों ने अपनी कविताओं का सस्वर पाठ किया। श्रोतागण मंत्रमुग्ध होकर तालियों की गड़गड़ाहट से सभागार गुंजायमान कर देते।
आज की डिजिटल पीढ़ी, जो प्रायः किंडल या ऑनलाइन किताबों पर निर्भर रहती है, जब वास्तविक किताबों को हाथ में लेकर उनके पन्ने पलट रही थी तो उनके चेहरे पर एक अलग ही उत्साह दिखाई दे रहा था। किताबों की खुशबू और छपाई की ताजगी उनके लिए नए अनुभव से कम नहीं थी।
मेले में साहित्यिक संवाद का भी विशेष आयोजन किया गया। विभिन्न समाचार चैनलों और पत्र-पत्रिकाओं ने लेखकों और कवियों के साक्षात्कार लिए। कहीं बच्चों को लेखकों की कहानियाँ उन्हीं की जुबानी सुनने का अवसर मिला तो कहीं चर्चा-परिचर्चा में उन्हें साहित्यिक दृष्टि और लेखन की गहराइयों को समझने का मौका।
शिवाजी पार्क का यह मेला न केवल साहित्य का उत्सव था बल्कि पुस्तकों और पाठकों के बीच सेतु का कार्य भी कर रहा था। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने साहित्यिक वातावरण का आनंद लिया। आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया कि हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ विशेष हो — बाल साहित्य, विज्ञान, इतिहास, कला, उपन्यास और कविता सब कुछ एक ही छत के नीचे उपलब्ध था।
समापन दिवस पर मुंबई पुस्तक मेला पुरस्कार भी प्रदान किए गए। सर्वश्रेष्ठ स्टॉल, सर्वाधिक लोकप्रिय लेखक और उभरते युवा लेखक को सम्मानित किया गया। यह दृश्य देखकर लगा मानो साहित्य का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
अंततः कहा जा सकता है कि शिवाजी पार्क में आयोजित मुंबई पुस्तक मेला न केवल पुस्तकों का मेला था, बल्कि यह साहित्य और समाज को जोड़ने वाला ऐसा मंच था जिसने पाठकों को नए अनुभव, नई प्रेरणा और साहित्य प्रेम को नई दिशा दी।
IBDP प्रारूप के अनुसार प्रतिवेदन लेखन: आदर्श उत्तर
शीर्षक: मुंबई पुस्तक मेला : साहित्य का भव्य उत्सव
प्रतिवेदक : अरविंद बारी (मुंबई संवाददाता)
तिथि : 18 अगस्त 2025
स्थान : शिवाजी पार्क, मुंबई
प्रस्तावना
मुंबई का शिवाजी पार्क इस सप्ताहांत एक अनोखे साहित्यिक उत्सव का साक्षी बना। मुंबई पुस्तक मेला 2025 में हजारों की संख्या में साहित्यप्रेमियों ने भाग लिया। यह आयोजन केवल पुस्तकों की बिक्री तक सीमित न होकर लेखकों, कवियों और पाठकों के बीच जीवंत संवाद का मंच बन गया।
प्रकाशक और पुस्तकें
मेले में देश-विदेश के प्रमुख प्रकाशकों — राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, पेंग्विन इंडिया, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस और हार्पर कॉलिन्स — ने अपने स्टॉल लगाए। नई-नई पुस्तकों और आकर्षक आवरणों से सजे स्टॉल विशेष रूप से विद्यार्थियों और युवा पाठकों को आकर्षित कर रहे थे। बाल साहित्य, विज्ञान, इतिहास, कला और आधुनिक उपन्यास सब कुछ एक ही छत के नीचे उपलब्ध था।
लेखक–पाठक संवाद
इस आयोजन की विशेषता बच्चों और युवाओं की अपने प्रिय लेखकों से प्रत्यक्ष मुलाकात रही। सुधा मूर्ति, रसकिन बॉन्ड, अमिश त्रिपाठी और अनुपमा निरंजन जैसे लेखकों से बच्चों ने बातचीत की। कई छात्रों ने खरीदी गई पुस्तकों पर उनके हस्ताक्षर प्राप्त किए और खुशी से फूले न समाए।
कवि सम्मेलन और साहित्यिक रसास्वादन
संध्या समय आयोजित कवि सम्मेलन मेले का मुख्य आकर्षण रहा। गुलज़ार, जावेद अख्तर, कुमार विश्वास और अनामिका जैसे प्रख्यात कवियों ने अपनी रचनाओं का सस्वर पाठ किया। श्रोतागण कविताओं की लय और भावों में डूबकर मंत्रमुग्ध हो उठे।
डिजिटल पीढ़ी और किताबों का अनुभव
आज की डिजिटल पीढ़ी, जो अक्सर किंडल और ऑनलाइन संस्करणों पर निर्भर रहती है, जब वास्तविक किताबों को हाथों में लेकर उनके पन्ने पलट रही थी, तब उनके चेहरे पर एक अद्भुत उत्साह झलक रहा था। पुस्तकों की खुशबू और छपाई की ताजगी उनके लिए नया और रोमांचक अनुभव था।
संवाद और साक्षात्कार
मेले में विभिन्न समाचार चैनलों और पत्रिकाओं ने कवियों और लेखकों के साक्षात्कार लिए। कहीं कहानियाँ लेखकों की जुबानी सुनाई जा रही थीं, तो कहीं चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से साहित्य की गहराइयों को समझने का अवसर मिल रहा था।
समापन और निष्कर्ष
अंतिम दिवस पर मुंबई पुस्तक मेला पुरस्कार प्रदान किए गए। सर्वश्रेष्ठ स्टॉल, सर्वाधिक लोकप्रिय लेखक और उभरते युवा लेखक को सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल साहित्य का उत्सव साबित हुआ, बल्कि पुस्तकों और पाठकों के बीच सेतु का कार्य भी किया।
निष्कर्षतः, शिवाजी पार्क में आयोजित मुंबई पुस्तक मेला 2025 ने यह सिद्ध कर दिया कि डिजिटल युग में भी पुस्तकों का महत्व अपरिवर्तनीय है। यह मेला बच्चों, युवाओं और वयस्कों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना और साहित्य के भविष्य को नई दिशा प्रदान की।
📘 IBDP Hindi रिपोर्ट लेखन – अंकन मापदंड (Scoring Guide)
Criterion A: भाषा (Language) — 0 से १० अंक
8-10 अंक: भाषा प्रवाहपूर्ण, सटीक और विविध। व्याकरण, वर्तनी और विराम चिह्नों की शुद्धता। उचित शब्दावली का प्रयोग (जैसे प्रतिवेदन, संवाद, साक्षात्कार, साहित्यिक रसास्वादन)। औपचारिक शैली पूरे लेख में बनी रहे।
5–7 अंक: भाषा सामान्यतः स्पष्ट है पर कभी-कभी त्रुटियाँ। शब्दावली अपेक्षाकृत साधारण।
0–4 अंक: भाषा में निरंतर त्रुटियाँ, संदेश अस्पष्ट।
Criterion B: विषय-वस्तु (Content) — 0 से 10 अंक
8–10 अंक: रिपोर्ट में तथ्यात्मक जानकारी (स्थान, तिथि, आयोजन, लेखक/प्रकाशक, गतिविधियाँ) विस्तार से शामिल। विवरण संतुलित: प्रकाशन स्टॉल, लेखक–पाठक संवाद, कवि सम्मेलन, साक्षात्कार, पुरस्कार वितरण। पाठकों को आयोजन का वास्तविक चित्र उभरता है।
5–7 अंक: कुछ जानकारी दी गई है, पर विस्तार/गहराई कम। वर्णन असंतुलित (कहीं ज़्यादा, कहीं अधूरा)।
0–4 अंक: विषय-वस्तु अधूरी, तथ्य या विवरण गायब।
Criterion C: प्रारूप (Format) — 0 से 5 अंक
5 अंक: रिपोर्ट लेखन की विधा का पालन: शीर्षक, प्रतिवेदक का नाम, तिथि और स्थान, उपशीर्षक, प्रस्तावना–मुख्य विवरण–निष्कर्ष। औपचारिक: (न “मैं”, न “तुम”)।
3–4 अंक: प्रारूप आंशिक रूप से सही, पर कुछ आवश्यक तत्व (जैसे तिथि/स्थान/निष्कर्ष) छूट गए।
0–2 अंक: रिपोर्ट शैली का पालन नहीं हुआ।
Criterion D: श्रोता/पाठक (Audience) — 0 से 5 अंक
4-5 अंक: लेखन का उद्देश्य (रिपोर्ट प्रस्तुत करना) स्पष्ट और उपयुक्त। भाषा और शैली लक्षित पाठकों (समाचार पत्र/पत्रिका पाठक, विद्यार्थी, साहित्य प्रेमी) के अनुरूप।
2–3 अंक: उद्देश्य कुछ हद तक स्पष्ट, पर शैली में असंगति।
0–1 अंक: श्रोता या उद्देश्य की पहचान नहीं।
✅ कुल अंक: 29/30 अंक (IBDP HL/SL में रिपोर्ट लेखन का अधिकतम अंकन 30 तक भी हो सकता है।)
📍 इस प्रतिवेदन का मूल्यांकन (मुंबई पुस्तक मेला लेख)
Criterion A (भाषा): 10/10 – भाषा प्रवाहपूर्ण और शुद्ध, केवल थोड़े-बहुत वाक्य संरचना सुधार की गुंजाइश।
Criterion B (विषय-वस्तु): 9/10 – विषय-वस्तु संपूर्ण और आकर्षक, आयोजन का बहुआयामी चित्र प्रस्तुत।
Criterion C (प्रारूप): 5/5– प्रारूप पूर्णतः सही।
Criterion D (श्रोता/पाठक): 5/5– श्रोताओं के अनुकूल शैली, उद्देश्य स्पष्ट।
👉 कुल: 29/30 (उत्कृष्ट)
📘 IBDP रिपोर्ट लेखन : Self-Assessment Rubric (30 अंक)
मानदंड (Criterion) | अधिकतम अंक | स्व-मूल्यांकन संकेतक | छात्र का अंक |
---|---|---|---|
Criterion A: भाषा (Language) | 10 | ✅ क्या भाषा प्रवाहपूर्ण, शुद्ध और औपचारिक है? ✅ क्या शब्दावली विविध और उपयुक्त है? ✅ क्या व्याकरण व वर्तनी की त्रुटियाँ न्यूनतम हैं? |
____/10 |
Criterion B: विषय-वस्तु (Content) | 10 | ✅ क्या आयोजन से संबंधित सभी तथ्य (स्थान, तिथि, प्रकाशक, लेखक, गतिविधियाँ) शामिल हैं? ✅ क्या विवरण संतुलित और गहराई लिए हुए हैं? ✅ क्या पाठक को पूरे आयोजन की स्पष्ट छवि मिलती है? |
____/10 |
Criterion C: प्रारूप (Format) | 5 | ✅ क्या शीर्षक, तिथि, स्थान, प्रतिवेदक का नाम लिखा गया है? ✅ क्या उपशीर्षकों के साथ रिपोर्ट व्यवस्थित है? ✅ क्या प्रस्तावना–मुख्य विवरण–निष्कर्ष का क्रम बना है? |
____/5 |
Criterion D: श्रोता/पाठक (Audience) | 5 | ✅ क्या भाषा और शैली लक्षित पाठकों (साहित्य प्रेमी/पत्रिका/समाचार पत्र पाठक) के अनुरूप है? ✅ क्या उद्देश्य (रिपोर्ट प्रस्तुत करना) स्पष्ट है? ✅ क्या पाठक जुड़ाव महसूस कर सकते हैं? |
____/5 |
✍️ छात्र निर्देश:
- अपनी रिपोर्ट पढ़कर ऊपर दिए संकेतकों पर टिक (✔️) लगाएँ।
- प्रत्येक Criterion के लिए अंक तय करें और अंतिम स्तंभ में लिखें।
- कुल अंक जोड़ें (30 में से)।
- सोचें कि किस Criterion में सुधार की गुंजाइश है और अगली बार ध्यान दें।
नोट: 📍 यह Rubric आपको IBDP शैली में स्व-मूल्यांकन और आत्म-चिंतन (reflection) करने का अभ्यास कराएगा।
डायरी लेखन (क्लिक करके खोलें)
अरविंद बारी
IBDP Hindi HL/SL – दैनंदिनी लेखन वर्कशीट
प्रिय छात्र, नीचे अपने आज के अनुभवों के आधार पर डायरी प्रविष्टि लिखें और स्व-मूल्यांकन करें।
स्व-मूल्यांकन (Total 30 अंक)
मानदंड (Criterion) | अधिकतम अंक | आपके अंक |
---|---|---|
A: भाषा (Language) – प्रवाह, व्याकरण, शब्दावली | 10 | |
B: विषय-वस्तु (Content) – अनुभव, विवरण, भावनाएँ | 10 | |
C: प्रारूप (Format) – डायरी प्रारूप, शीर्षक, दिनांक, स्थान | 5 | |
D: श्रोता/पाठक (Audience) – शैली, जुड़ाव, व्यक्तिगत स्वर | 5 |
हस्ताक्षर
आपका,
अरविंद बारी
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आपके बहुमूल्य कॉमेंट के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।