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बिना दवा प्राकृतिक चिकित्सा |
आजकल डॉक्टर भी अब दवा के साथ-साथ ताजी हवा लेने, धूप सेंकने, जंगल की सैर, समुद्र किनारे टहलने और मिट्टी में खेलने जैसी चीज़ों की सलाह देने लगे हैं।
प्राकृतिक चिकित्सा एक ऎसी प्राचीन और वैज्ञानिक पद्धति है, जो बिना दवाओं के प्रकृति के नियमों का पालन करके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने पर बल देती है।
यह चिकित्सा पद्धति केवल शरीर को ठीक करने तक सीमित नहीं है, बल्कि मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने में भी सहायक होती है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी अब यह स्वीकार करने लगा है कि दवाओं के साथ-साथ प्रकृति के सान्निध्य में रहना, धूप सेंकना, खुली हवा में सांस लेना, पर्वतीय क्षेत्रों का भ्रमण करना, जंगल की सैर करना, पार्क में प्राणायाम करना, समुद्र किनारे टहलना और बच्चों को मिट्टी में खेलने देना – ये सभी स्वास्थ्य लाभ के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
मनुष्य का जन्म प्रकृति की गोद में हुआ है और मृत्यु के उपरांत उसका शरीर प्रकृति के पंचतत्वों—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—में विलीन हो जाता है। जब तक मनुष्य इन पंचतत्वों के नियमों का पालन करता है, तब तक वह स्वस्थ रहता है, लेकिन जब वह प्रकृति से विमुख होकर कृत्रिम जीवनशैली अपनाने लगता है, तब रोगों का शिकार हो जाता है। यह स्पष्ट है कि "प्राकृतिक नियमों के उल्लंघन करने का दंड ही बीमारी है।" यदि हम प्रकृति के अनुरूप जीवन नहीं जीते, तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और हमें अनेक शारीरिक व मानसिक समस्याएँ घेर लेती हैं।
यह मेरा व्यक्तिगत मत है कि "जो प्रकृति से जुड़े नहीं हैं, वे 'अज्ञानी' हैं।" जो प्रकृति हमारे जीवन का आधार है, जिसे खोजने के लिए वैज्ञानिक चंद्रमा और मंगल जैसे ग्रहों तक भटक रहे हैं, यदि हम उसी प्रकृति को नहीं समझ पाए, जो हमें जल, वायु, आवास और भोजन प्रदान करती है, तो हम आधुनिकता के बावजूद भी अज्ञानी और अनपढ़ के समान हैं। वास्तव में, शिक्षा का अर्थ केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि अपने परिवेश और जीवनदायिनी प्रकृति को समझना और उसके अनुसार जीवन जीना भी है। प्रकृति की उपेक्षा कर यदि हम स्वयं को शिक्षित मानते हैं, तो यह हमारी सबसे बड़ी भूल होगी।
प्राकृतिक चिकित्सा इस तथ्य पर आधारित है कि हमारे शरीर में स्वयं को ठीक करने की स्वाभाविक शक्ति होती है। यदि हम इसे सही वातावरण, शुद्ध भोजन और संतुलित जीवनशैली दें, तो यह बिना किसी बाहरी सहायता के अपने आप स्वस्थ हो सकता है। अस्वास्थ्यकर खान-पान, व्यायाम की कमी, तनाव और कृत्रिम जीवनशैली ही रोगों का मूल कारण हैं। प्राकृतिक चिकित्सा इन समस्याओं का समाधान देती है और दवाओं के बिना भी रोगों को दूर करने की क्षमता रखती है। सूर्य स्नान, जल चिकित्सा, वायु स्नान, योग, प्राणायाम और प्राकृतिक आहार से हम शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
धूप और ताजी हवा का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सूर्य की किरणें शरीर में विटामिन-डी का निर्माण करती हैं, जिससे हड्डियाँ मजबूत होती हैं और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। प्रातःकालीन ताजी हवा लेने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और मानसिक तनाव कम होता है। इसी प्रकार, जंगलों और पर्वतीय क्षेत्रों की सैर करने से शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है और मन को शांति मिलती है। समुद्र तट पर टहलना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है, क्योंकि समुद्री हवा में मौजूद खनिज तत्व श्वसन तंत्र और त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं।
बच्चों को मिट्टी में खेलने देना भी एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक उपचार है। मिट्टी में मौजूद प्राकृतिक बैक्टीरिया बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और उन्हें एलर्जी, अस्थमा तथा अन्य प्रतिरक्षा संबंधी समस्याओं से बचाते हैं। दुर्भाग्यवश, आधुनिक समाज में माता-पिता बच्चों को स्वच्छता के नाम पर मिट्टी से दूर रखते हैं, जिससे उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसी तरह, प्राकृतिक आहार और शुद्ध जल का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है। फलों, सब्जियों, अंकुरित अनाज और प्राकृतिक पेय पदार्थों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है, और शुद्ध जल पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिससे पाचन-तंत्र दुरुस्त रहता है।
प्राकृतिक चिकित्सा केवल एक उपचार विधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक कला है। आधुनिक जीवनशैली के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों से बचने के लिए हमें प्रकृति की ओर लौटना होगा। भारतीय डॉक्टर भी अब दवा के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों पर बल दे रहे हैं। यदि हम प्रकृति के नियमों के अनुसार जीवन व्यतीत करें, तो स्वस्थ, आनंदमय और संतुलित जीवन प्राप्त कर सकते हैं। सही मायनों में, प्रकृति ही हमारी सबसे बड़ी चिकित्सक है।
नई शब्दावली
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प्राकृतिक चिकित्सा – Naturopathy
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पद्धति – Method/System
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स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits
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संतुलन – Balance
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आत्मा – Soul
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सान्निध्य – Proximity/Closeness
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भ्रमण – Excursion/Tour
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प्राणायाम – Breathing Exercise (Pranayama)
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विलीन – Merged/Dissolved
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विमुख – Turned away/Indifferent
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कृत्रिम – Artificial
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रोग प्रतिरोधक क्षमता – Immunity
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अज्ञानी – Ignorant
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आवास – Shelter/Habitat
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परिवेश – Environment/Surroundings
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उपेक्षा – Neglect
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स्वाभाविक शक्ति – Natural Healing Power
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संतुलित जीवनशैली – Balanced Lifestyle
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अस्वास्थ्यकर – Unhealthy
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सूर्य स्नान – Sun Bathing
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जल चिकित्सा – Hydrotherapy
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वायु स्नान – Air Bathing
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मानसिक तनाव – Mental Stress
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श्वसन तंत्र – Respiratory System
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प्रतिरक्षा संबंधी – Immunological
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विषैले तत्व – Toxins
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पाचन-तंत्र – Digestive System
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जीवन जीने की कला – Art of Living
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आनंदमय – Joyful/Blissful
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चिकित्सक – Healer/Physician
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